वीडियो में देखें ओडिशा के कंधमाल में सुरक्षाबलों का बड़ा एनकाउंटर, 1 करोड़ के इनामी समेत 6 नक्सली ढेर
छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता मिली है। कंधमाल जिले में हुए एक बड़े एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने छह नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए नक्सलियों में एक करोड़ रुपए से ज्यादा का इनामी और माओवादी संगठन की सेंट्रल कमेटी का सदस्य गणेश उईके भी शामिल है। इस मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों के भी मारे जाने की पुष्टि हुई है।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, कंधमाल जिले के चाकापाड़ इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी को लेकर सुरक्षाबलों को पुख्ता इनपुट मिला था। इसी सूचना के आधार पर एक बड़े स्तर पर संयुक्त ऑपरेशन की योजना बनाई गई। इस अभियान के तहत कुल 23 टीमों को इलाके में भेजा गया था। इनमें 20 टीमें ओडिशा पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) की थीं, जबकि दो टीमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और एक टीम सीमा सुरक्षा बल (BSF) की शामिल थी।
यह संयुक्त ऑपरेशन कंधमाल जिले के चाकापाड़ थाना क्षेत्र और गंजाम जिले के राम्भा वन क्षेत्र में चलाया गया। 25 दिसंबर को अभियान के दौरान अलग-अलग स्थानों पर सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच कई बार आमने-सामने की मुठभेड़ हुई। दोनों ओर से काफी देर तक गोलीबारी चली, जिसके बाद नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भागने की कोशिश करने लगे।
मुठभेड़ थमने के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया। तलाशी के दौरान अलग-अलग स्थानों से पांच नक्सलियों के शव बरामद किए गए, जिनमें तीन पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। सभी माओवादी वर्दी में थे। बाद में अभियान के दौरान एक और नक्सली के मारे जाने की पुष्टि हुई, जिससे कुल मृतकों की संख्या छह हो गई।
मौके से सुरक्षाबलों ने हथियार और अन्य सामग्री भी बरामद की है। अधिकारियों के मुताबिक, घटनास्थल से दो इंसास राइफल और एक .303 राइफल जब्त की गई है। इसके अलावा नक्सलियों के दैनिक उपयोग का सामान और दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। बरामद हथियारों से यह स्पष्ट है कि मारे गए नक्सली लंबे समय से सक्रिय थे और बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
गणेश उईके, जो इस एनकाउंटर में मारा गया है, माओवादी संगठन का सेंट्रल कमेटी मेंबर था और उस पर एक करोड़ रुपए से अधिक का इनाम घोषित था। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, वह ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आसपास के इलाकों में नक्सली गतिविधियों को संचालित करने में अहम भूमिका निभा रहा था। उसकी मौत को नक्सल नेटवर्क के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अन्य नक्सली वहां छिपा न रह गया हो। इस ऑपरेशन को सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी बताया जा रहा है और माना जा रहा है कि इससे इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगेगा।
राज्य और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां इस सफलता को नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम मान रही हैं। आने वाले दिनों में भी ऐसे अभियानों को और तेज किए जाने की संभावना जताई जा रही है।

