भजनलाल सरकार की ‘दाननीति’ पर बढ़ा विवाद, चिकित्सा विभाग के फरमान पर भड़के गहलोत, की ये मांग

बिलासपुर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज निजी दौरे पर बिलासपुर पहुंचे। इस दौरान वे कई निजी कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से भी मुलाकात की। मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर निशाना साधा। बघेल ने कहा कि किसानों को हतोत्साहित करने की साजिश चल रही है, ताकि धान खरीदी जरूरी न हो जाए। धान की नीलामी में देरी हो रही है, जिससे किसानों को 500-600 रुपए प्रति क्विंटल का नुकसान हो रहा है। सोसायटी से डीएपी खाद गायब है, किसानों के लिए बीज नहीं है, पिछले साल की धान की फसल अभी तक नहीं कटी है, यह सब साबित करता है कि यह किसान विरोधी सरकार है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रात में बिजली काटी जा रही है। लोगों के पास रोजगार नहीं है, वे पलायन करने को मजबूर हैं, बस्तर से हजारों युवा और महिलाएं पलायन कर रहे हैं, बस्तर क्षेत्र के 30-40 हजार युवाओं को दूसरे राज्यों में जाना पड़ा है, वहां आतंक का माहौल क्यों है। यह सरकार आदिवासी विरोधी है, आदिवासी युवक-युवतियों को जेल में डाला जा रहा है। बघेल ने आगे कहा कि पीएम ने कहा था कि जीरम की घटना के आरोपी 15 दिन में जेल में होंगे, क्या छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा उनसे इस बारे में सवाल करेंगे? एक छह महीने के बच्चे को नक्सली बताकर मार दिया गया, कई लोगों को नक्सली बताकर मार दिया गया, हमारे समय में क्रॉस फायरिंग हुई, हमने उसे भी स्वीकार किया। युक्तियुक्तकरण को लेकर उन्होंने कहा कि 16 जून से स्कूल खुल रहे हैं, शिक्षण सत्र शुरू हो रहा है और पूरे संभाग में अव्यवस्था है, हजारों स्कूल बंद हो रहे हैं, शिक्षकों को हटाया जा रहा है, इससे राज्य में शिक्षा पर बुरा असर पड़ेगा। सरकार स्कूल बंद कर रही है, बार खोल रही है, स्कूल बंद होने से बच्चों को दूर जाना पड़ेगा। सरकार महतारी वंदना की राशि नहीं दे सकती, महतारी वंदना से 70 हजार नाम हटा दिए गए हैं।