
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा की संपत्ति के साथ कांग्रेस भवन को भी जब्त कर लिया है। ईडी ने कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश लखमा की 5.50 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इसके अलावा सुकमा स्थित कांग्रेस कार्यालय की 65 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। ईडी के मुताबिक कवासी लखमा को कुल 72 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई है। इस रकम में से 4.60 करोड़ रुपये घर बनाने और यात्रा खर्च में खर्च किए गए हैं। ईडी के आदेश में उल्लेख किया गया है कि कवासी लखमा ने शराब घोटाले से अर्जित अपराध की आय को जानबूझकर प्राप्त किया, अर्जित किया, अपने पास रखा और उसका उपयोग किया। इस राशि को वैध धन के रूप में दिखाने का प्रयास किया गया और शेष राशि को छिपा दिया गया ताकि प्रवर्तन एजेंसियां इसका पता न लगा सकें। जांच के दौरान यह भी पता चला कि कवासी लखमा ने छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड से रायपुर के पुरैना स्थित एमएलए कॉलोनी में 375 वर्ग मीटर (4035 वर्ग फीट) जमीन करीब 4 लाख रुपये में खरीदी थी, जिसकी कीमत मौजूदा सरकारी सर्किल रेट के हिसाब से 93.75 लाख रुपये आंकी गई है। ईडी के आदेश के अनुसार, रायपुर की संपत्ति की 100% जमीन और निर्मित भवन का 71.33% हिस्सा कुर्क किया गया है और शेष 28.67% हिस्सा अपराध की आय के मूल्य के रूप में कुर्क किया गया है। इसी तरह, सुकमा में स्थित 85% संपत्ति को भी कुर्क किया गया है क्योंकि यह अपराध की आय से बनाई गई थी। ईडी के आदेश में कहा गया है कि इन संपत्तियों की अस्थायी कुर्की पूरी तरह से उचित है।