छत्तीसगढ़ विधानसभा में इतिहास रचा, विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मामसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को एक ऐतिहासिक घटना घटी। रजत जयंती वर्ष में विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया। मामला बिजली दामों में वृद्धि को लेकर था, जब विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाकर इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने का प्रयास किया।
स्थगन प्रस्ताव पर हुआ हंगामा नहीं
विपक्ष ने बिजली दरों में वृद्धि के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव लाया था, जिसे विधानसभा के आसंदी ने अस्वीकार कर दिया। हालांकि, इस बार विपक्ष ने प्रस्ताव अस्वीकार होने पर हंगामा नहीं किया, जो आमतौर पर ऐसे मामलों में देखने को मिलता है। इस पर विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया और उनकी ओर से विषय को गंभीरता से लेने के लिए धन्यवाद दिया।
सत्तापक्ष ने दी सहमति
डॉ. चरणदास महंत के धन्यवाद देने पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर सहमति जताई, जो कि विधानसभा की कार्यवाही में एक सकारात्मक और शांतिपूर्ण माहौल का संकेत था। यह पहल छत्तीसगढ़ विधानसभा और अन्य संसदीय केंद्रों के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने वाली थी, जब विपक्ष ने अस्वीकार्य प्रस्ताव पर खुद सीएम को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री का रुख
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विधानसभा में इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और उन्होंने विपक्ष की चिंता को सुना। हालांकि, उन्होंने प्रस्ताव अस्वीकार करते हुए कहा कि सरकार द्वारा बिजली दामों में वृद्धि के निर्णय के पीछे तार्किक कारण हैं, जिनका ध्यान रखा गया है।

