बलरामपुर की सूरजमणी ने दो अस्पतालों में दिए तीन बच्चों को जन्म, मेडिकल साइंस के लिए बना रेयर केस

ज़िले के रामानुजगंज क्षेत्र अंतर्गत देवीगंज गांव की रहने वाली सूरजमणी ने हाल ही में एक अत्यंत दुर्लभ और चौंकाने वाला प्रसव किया है, जिसे चिकित्सकीय दृष्टिकोण से “रेयर केस” माना जा रहा है। इस महिला ने एक ही गर्भावस्था में तीन शिशुओं को जन्म दिया, लेकिन अलग-अलग अस्पतालों में। यह घटना चिकित्सा जगत में भी चर्चा का विषय बन गई है।
👶 तीन बच्चों का जन्म, दो अस्पतालों में कैसे?
जानकारी के अनुसार, प्रसूता सूरजमणी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उन्हें स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां उन्होंने एक शिशु को सामान्य रूप से जन्म दिया। इसके बाद जब स्थिति जटिल लगी, तो डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें तत्काल दूसरे अस्पताल, यानी रामानुजगंज सिविल अस्पताल में रेफर किया गया।
दूसरे अस्पताल में पहुंचने के कुछ ही देर बाद महिला ने दो और बच्चों को जन्म दिया। यानी एक प्रसव क्रम में ही महिला ने तीन शिशुओं को दो अलग-अलग अस्पतालों में जन्म दिया, जो कि अपने आप में एक अभूतपूर्व घटना है।
🏥 चिकित्सकों ने बताया 'रेयर केस'
इस अनोखे मामले को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि यह मल्टीफेटल प्रेग्नेंसी (ट्रिपलेट) का मामला है, लेकिन इसमें जो बात बेहद अलग है वह है प्रसव की चरणबद्धता और दो अस्पतालों में शिशुओं का जन्म।
रामानुजगंज अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया –
“ऐसे मामले में आमतौर पर सभी बच्चों का जन्म एक ही समय व स्थान पर होता है। लेकिन यह मामला न सिर्फ चिकित्सा बल्कि प्रसव प्रक्रियाओं की संभावनाओं को लेकर भी शोध का विषय बन सकता है।”
❤️ मां और बच्चे तीनों स्वस्थ
सबसे सुकून की बात यह है कि सूरजमणी और तीनों नवजात स्वस्थ हैं। सभी बच्चों का वजन सामान्य है और उन्हें नियोनेटल केयर यूनिट में निगरानी में रखा गया है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि 24 से 48 घंटे की निगरानी के बाद परिवार को छुट्टी दी जा सकती है।
👨👩👧👦 परिजनों में खुशी की लहर
तीन बच्चों के एक साथ जन्म से सूरजमणी के परिवार में खुशी का माहौल है। पति और अन्य परिजनों ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों का आभार जताते हुए कहा कि,
“भगवान की कृपा और डॉक्टरों की मेहनत से मां और बच्चे सब स्वस्थ हैं, यह हमारे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं।”