
जिले में ब्लैकमेलिंग और एक्सटॉर्शन के मामलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। महीने भर के भीतर सामने आया यह तीसरा मामला पुलिस प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है। ताजा घटना में एक महिला ने अपनी ही बहन के पति के साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग की साजिश रची, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी महिला और उसकी बहन का पति मिलकर एक व्यक्ति को जाल में फंसाकर उससे धमकी देकर मोटी रकम वसूलने की फिराक में थे। योजना के तहत पीड़ित को फर्जी आरोपों और सामाजिक बदनामी का डर दिखाकर ब्लैकमेल किया गया। लेकिन समय रहते पीड़ित ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस से शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मामले का खुलासा हो सका।
जांच में सामने आया है कि महिला ने पहले पीड़ित से नजदीकी बढ़ाई और फिर उसे बहला-फुसलाकर निजी जानकारी और फोटो हासिल किए। इसके बाद बहन के पति के साथ मिलकर उसे सार्वजनिक करने की धमकी देकर पैसे की मांग की गई। जब पीड़ित ने पैसे देने से इनकार किया, तो आरोपियों ने उसे बदनाम करने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में प्राथमिक साक्ष्य मिल चुके हैं और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही पूरे षड्यंत्र की परतें खोल दी जाएंगी। वहीं, तकनीकी सबूतों को भी खंगाला जा रहा है, जिनमें फोन रिकॉर्डिंग, मैसेज और बैंक लेनदेन शामिल हैं।
इस घटना के सामने आने के बाद से जिले में एक बार फिर से लोगों में भय और अविश्वास का माहौल बन गया है। एक महीने के भीतर ब्लैकमेलिंग के तीन मामलों ने साफ कर दिया है कि ऐसे संगठित अपराध अब सामाजिक रिश्तों के भीतर भी पनप रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर किसी के साथ भी इस तरह की जबरदस्ती या ब्लैकमेलिंग का प्रयास होता है, तो वे बिना डरे तुरंत पुलिस को सूचना दें। साथ ही, सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर अपनी निजी जानकारी साझा करने में सतर्कता बरतें।
फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र और ब्लैकमेलिंग की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया पूरी की जाएगी।