सरकारी स्कूलों में होंगे 100 स्पेशल एजुकेटर की भर्ती, दिव्यांग छात्रों को मिलेगा लाभ
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में दिव्यांग छात्रों की पढ़ाई को और सुगम बनाने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब सरकारी स्कूलों में 100 स्पेशल एजुकेटर की भर्ती की जाएगी। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग के भर्ती एवं पदोन्नति नियम-2019 में एक बार की विशेष छूट प्रदान की गई है।
कैबिनेट बैठक में हुआ फैसला
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बैठक में वित्त विभाग ने भी भर्ती प्रक्रिया को हरी झंडी दे दी। सरकार का कहना है कि इस निर्णय से उन बच्चों को सीधा लाभ मिलेगा, जो विशेष शैक्षणिक जरूरतों के कारण सामान्य शिक्षण पद्धति के अनुरूप पढ़ाई नहीं कर पाते।
दिव्यांग छात्रों के लिए बड़ा कदम
प्रदेश में हजारों की संख्या में दिव्यांग छात्र सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। अब तक सामान्य शिक्षक ही उनकी शिक्षा का जिम्मा उठाते रहे हैं, जिससे उनकी विशेष शैक्षणिक आवश्यकताएं पूरी नहीं हो पा रही थीं। स्पेशल एजुकेटर की नियुक्ति से इन बच्चों को न केवल विषयों को समझने में मदद मिलेगी, बल्कि उनकी प्रतिभा को भी निखारने का अवसर मिलेगा।
भर्ती में दी गई एक बार की छूट
स्कूल शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस भर्ती के लिए 2019 में बनाए गए भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में एक बार की छूट दी जाएगी। इससे प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ेगी और योग्य उम्मीदवारों को जल्द नियुक्ति दी जा सकेगी। विभाग का कहना है कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी और योग्यता आधारित होगी।
विशेषज्ञों की राय
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम राज्य की शिक्षा व्यवस्था को समावेशी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। स्पेशल एजुकेटर की मौजूदगी से दिव्यांग बच्चों को व्यक्तिगत मार्गदर्शन मिलेगा और वे मुख्यधारा की शिक्षा से बेहतर तरीके से जुड़ पाएंगे।
सरकार की प्राथमिकता में शिक्षा
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार दिव्यांग छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है और इस तरह की नियुक्तियां यह सुनिश्चित करेंगी कि कोई भी बच्चा अपनी दिव्यांगता के कारण शिक्षा से वंचित न रहे।

