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निशिकांत दुबे की पोस्ट को सुप्रिया श्रीनेत ने बताया 'फर्रे', बोलीं- इससे जनता को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता

नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को नसीहत देने के उद्देश्य से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की ओर सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट पर कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भाजपा सांसद इस पोस्ट से अपनी अज्ञानता का प्रदर्शन कर रहे हैं।
निशिकांत दुबे की पोस्ट को सुप्रिया श्रीनेत ने बताया 'फर्रे', बोलीं- इससे जनता को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता

नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को नसीहत देने के उद्देश्य से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की ओर सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट पर कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भाजपा सांसद इस पोस्ट से अपनी अज्ञानता का प्रदर्शन कर रहे हैं।

समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "मैं भाजपा सांसद के ज्ञान को लेकर स्पष्ट कर दूं कि राजीव गांधी ने 6 मार्च 1991 को चंद्रशेखर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। जिस समझौते का वे जिक्र कर रहे हैं, वह संभवतः अप्रैल के आसपास हुआ था, लेकिन यह शांति काल के लिए था। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच हमारी सेना, नौसेना और वायु सेना की गतिविधियों के बारे में किसी भी गलतफहमी से बचना था। भाजपा यह मान रही है कि जयशंकर ने भारत-पाक तनाव के बीच पाकिस्तान को जानकारी दी और जो बात राहुल गांधी कह रहे हैं, वह सच है।"

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब पहलगाम में हमारे ऊपर आतंकी हमला हुआ और युद्ध की स्थिति में हमने जवाबी कार्रवाई की, तो विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को जानकारी दी। भाजपा मनगढ़ंत, मनोहर कहानी रचना बंद करे तो देश की सुरक्षा बेहतर कर सकती है। भाजपा के सांसद रोज नए-नए फर्रे लाकर अपनी बेवकूफी का प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन वे देश की जनता को बेवकूफ नहीं बना सकते हैं।

कांग्रेस नेता अभय दुबे ने कहा कि कोई भी तर्क आपके पाप पर पर्दा नहीं डाल सकता है। ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पाकिस्तान को क्यों दी? सरकार ने सिर्फ देश के साथ नहीं बल्कि सेना के साथ भी पाप किया है।

बता दें कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी, यह आपकी बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है। 1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान-प्रदान भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे से करेगा। क्या यह समझौता देशद्रोह है? कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ, विदेश मंत्री एस जयशंकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी आपको शोभा देती है।“

--आईएएनएस

डीकेएम/केआर

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