कमजोरी-बेहोशी से परेशान थी महिला, पटना में ऑपरेशन के बाद बोले डॉक्टर, 10 लाख में चार को ये बीमारी

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में एक दुर्लभ "इंसुलिनोमा" ट्यूमर के सफल लेप्रोस्कोपिक ऑपरेशन के बाद एक मरीज को नया जीवन मिला। मुजफ्फरपुर निवासी 27 वर्षीय निशा कुमारी पिछले एक साल से कमजोरी और बार-बार बेहोशी की समस्या से पीड़ित थी।
एजीआईएमएस में रेफर किया गया
बेहतर इलाज के लिए उन्हें एजेआईएमएस रेफर किया गया, जहां एंडोक्राइन विशेषज्ञ डॉ. आनंद कुमार की देखरेख में जांच के बाद उनके अग्न्याशय में दो सेंटीमीटर का इंसुलिनोमा ट्यूमर पाया गया। इसकी पहचान सीटी स्कैन, एमआरआई और एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड के जरिए की गई।
इंसुलिनोमा एक न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर है।
डॉ. आनंद कुमार ने बताया कि इंसुलिनोमा एक न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर है जो अत्यधिक मात्रा में इंसुलिन स्रावित करता है। इससे शरीर में ग्लूकोज का स्तर खतरनाक रूप से कम हो जाता है, जिससे रोगी को कमजोरी, पसीना आना और बेहोशी जैसी समस्या होने लगती है।