पाला बदलेंगे, विधानसभा भंग करेंगे या कोई और सरप्राइज? नीतीश आज दोपहर बाद ले सकते हैं बड़ा फैसला

बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिससे राजनीति की सरगर्मी और बढ़ गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर उनके सहयोगियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सीएम नीतीश ने अपने राजनीतिक करियर में कई बार अपनी रणनीति बदली है, जिसकी वजह से उनके फैसलों पर सवाल उठते रहे हैं। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या वह इस बार के विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ेंगे या फिर भाजपा के साथ गठबंधन कर राज्य में फिर से अपनी सरकार बनाएंगे। इस बीच स्वामी यो ने सीएम नीतीश को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है।
एक इंटरव्यू में स्वामी यो ने सीएम नीतीश कुमार और आगामी बिहार चुनाव को लेकर कहा, "फिलहाल किसी बड़े राजनीतिक बदलाव की संभावना नहीं है। नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी का साथ नहीं छोड़ने वाले हैं, क्योंकि वह जानते हैं कि वह अपने जीवन के चौथे चरण में प्रवेश कर चुके हैं और इस समय उनके लिए स्थिरता ज्यादा महत्वपूर्ण है।" स्वामी यो ने भाजपा को लेकर बड़ा दावा किया
उन्होंने आगे कहा, "इस बार बिहार चुनाव भाजपा के लिए सुनहरा अवसर हो सकता है। पार्टी राज्य के युवाओं को एकजुट करने में सफल हो सकती है। जनता पहले से ज्यादा जागरूक है और ऐसा लग रहा है कि बिहार इस बार सही और निर्णायक फैसला लेने जा रहा है। मौजूदा हालात को देखते हुए किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।"
बिहार में तीसरे विकल्प की तलाश जारी
इस बार भारतीय जनता पार्टी बिहार में 'मोदी मैजिक' के साथ-साथ युवा मतदाताओं पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। पार्टी बेरोजगारी, विकास और जाति जनगणना जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करके चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही है। बिहार में तीसरे विकल्प की तलाश अभी भी जारी है। पिछले कुछ सालों में पप्पू यादव, प्रशांत किशोर जैसे नेताओं ने भी राज्य में वैकल्पिक राजनीतिक मंच बनाने की कोशिश की है। हालांकि इन प्रयासों को अभी तक पूरा जनसमर्थन नहीं मिला है, लेकिन युवा और शहरी मतदाताओं के बीच इनकी आवाज सुनी जा रही है।