'बहन की दुहाई और लालू से लड़ाई', कौन है अनुष्का का भाई आकाश यादव, तेजप्रताप से है कैसा रिश्ता

बिहार में तेज प्रताप यादव का मामला तूल पकड़ता जा रहा है और लालू परिवार के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. तेजस्वी यादव, मीसा भारती और रोहिणी आचार्य ने साफ कर दिया है कि वो लालू यादव के फैसले के साथ खड़े हैं, वहीं दूसरी तरफ राबड़ी देवी की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन राजनीतिक गलियारों में बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है. इसके बाद आज अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव मीडिया के सामने आए और इशारों में साफ कर दिया कि जिन तस्वीरों को फर्जी बताया जा रहा है वो सच हैं. उन्होंने ये भी कहा कि लालू यादव ने तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाल दिया है और खुद के पैर में गोली मार ली है.
कौन हैं आकाश यादव जिन्होंने लालू परिवार पर हमला बोला?
अनुष्का यादव तेज प्रताप के करीबी दोस्त आकाश यादव की बहन हैं. आकाश यादव पहले आरजेडी में थे और तेज प्रताप की सिफारिश पर ही आकाश यादव छाता आरजेडी के अध्यक्ष बने थे. तेज प्रताप यादव का आकाश और अनुष्का के घर आना-जाना था. अनुष्का तेज प्रताप के रिश्ते की खबर मिलते ही आरजेडी ने आकाश को पार्टी से निकाल दिया और फिर आकाश को छाता आरजेडी के अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया. तभी तेजप्रताप ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
नागेंद्र राय का बड़ा बयान
लालू के भतीजे नागेंद्र राय ने आकाश और अनुष्का के परिवार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि तेजप्रताप को इन लोगों ने फंसाया है क्योंकि इन्हें पद के साथ-साथ पैसा भी कमाना है। इसलिए इन लोगों ने एक ग्रुप बनाकर तेजप्रताप को फंसाया है। आकाश यादव विदेश में पढ़ाई कर रहा था और पढ़ाई के दौरान ही आरजेडी से जुड़ गया, फिर उसने धीरे-धीरे तेजप्रताप को अपने साथ मिला लिया, उसे अपने विश्वास में ले लिया, उसे अपने घर बुलाया, उसे अपने घर बुलाया, उसकी मां, कोई भी तंत्र-मंत्र जानने वाला... तो सबने तेजप्रताप का ब्रेनवॉश कर दिया है। आकाश हमेशा तेजप्रताप को अपने घर बुलाता था... दशहरा के दौरान उसने बुलाया और अगले दिन से ही अनुष्का से उसकी नजदीकियां बढ़ गईं... लेकिन प्यार जैसी कोई चीज नहीं होती।
तेजप्रताप के चाचा ने कही ये बात
वहीं, राबड़ी के भाई और तेजप्रताप के चाचा ने कहा है कि तेजप्रताप जी जहां भी हों, उन्हें सामने आना चाहिए और अगर वो मेरी आवाज सुन रहे हैं तो उन्हें बिहार की जनता को सबकुछ और सच बताना चाहिए। इसके बाद बिहार में उनका स्वागत होगा और उनके समर्थक भी बढ़ेंगे और उनके नाम का जयकारा लगाएंगे।