
बिहार में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राष्ट्रीय जनता दल ने भी विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं। लालू प्रसाद यादव ने राजद राज्य परिषद की बैठक में तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का कार्यकर्ताओं से आह्वान किया था। वहीं, राज्य में महागठबंधन की कई बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं हो पाया है। लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि महागठबंधन तेजस्वी यादव के चेहरे पर ही चुनाव लड़ सकता है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता के नाम एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने राज्य की जनता से कई वादे किए हैं। साथ ही नीतीश सरकार की आलोचना की है। तेजस्वी ने पत्र में लिखा है कि अगर राज्य में महागठबंधन की सरकार बनती है तो वादों पर अमल किया जाएगा और पांच साल में बिहार को पूरे देश में नंबर वन बनाया जाएगा।
क्या है राजद का मास्टर प्लान
तेजस्वी यादव ने विधानसभा चुनाव से पहले अपने मास्टर प्लान का भी खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि हमारा खाका और रोड मैप तैयार है। हर वर्ग, जाति और धर्म के लोगों को बढ़ावा दिया जाएगा, इसका खाका तैयार कर लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में हर वर्ग के विश्वस्तरीय उद्योग स्थापित करने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं।
आरक्षण बढ़ाने पर हो सकता है काम
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सामाजिक न्याय को मजबूत करने के लिए आरक्षण बढ़ाने पर जोर दिया है। राजद की सरकार सत्ता में आई तो आरक्षण का दायरा और बढ़ाने पर काम कर सकती है। तेजस्वी ने जनता के नाम पत्र में कहा था कि हम डोमिसाइल नीति और 65 फीसदी आरक्षण लागू करने की भी बात करेंगे।
लालू के अध्यक्ष बनने से राजद को होगा फायदा
लालू प्रसाद यादव के लगातार 13वीं बार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पार्टी को कई तरह से फायदा हो सकता है। दरअसल, लालू यादव का लंबा राजनीतिक अनुभव और बिहार की राजनीति में उनकी गहरी पैठ राजद को संगठनात्मक स्थिरता प्रदान करती है। उनकी मौजूदगी से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार होता है और खासकर पिछड़े वर्ग, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय में उनके लिए जोरदार समर्थन है। उनकी ताजपोशी से पार्टी का वोट बैंक एकजुट रह सकता है, जो 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण है।