"एक लाख लोगों के साथनीतीश को उनके घर में घेरेंगे…" प्रशांत किशोर के बयान से गरमाई सियासत, देखे वायरल वीडियो
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी। चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह एक लाख लोगों को लाकर नीतीश कुमार को उनके घर में घेर लेंगे और वह घर से बाहर नहीं निकल पाएँगे।प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से कहा, "हम मुख्यमंत्री को शांतिपूर्वक ज्ञापन देना चाहते हैं कि पिछले 2 सालों में उन्होंने 94 लाख परिवारों को 2-2 लाख रुपये देने का वादा किया था, लेकिन आज तक एक भी परिवार को एक रुपया नहीं मिला... सरकार देने से इनकार कर रही है और जब तक सरकार का कोई प्रतिनिधि हमसे नहीं मिलता, हम यहीं बैठे रहेंगे।"
... हम उनका जीवन नर्क बना देंगे
प्रशांत किशोर ने कहा, "यह तो युद्ध की शुरुआत है, अभी 3 महीने बाकी हैं, हम उनका जीवन नर्क बना देंगे, उन्हें पता नहीं... बिहार की जनता बदलाव चाहती है, भ्रष्टाचारियों को हटाना चाहती है, ये लोग सदन में और पुलिस के पीछे नहीं छिप सकते।" पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर ने कहा, "अगर नीतीश कुमार को उनके घर में घेरा नहीं गया, तो आप ही बताइए... हम एक लाख लोगों को लाकर नीतीश कुमार को उनके घर में घेर लेंगे और वह अपने घर से बाहर नहीं निकल पाएंगे।"
#WATCH | Patna, Bihar: Jan Suraaj Founder Prashant Kishor says, "We want to peacefully give this memorandum of the people to the Chief Minister that in the last 2 years, he had promised to give Rs 2 lakh to 94 lakh families, but to date not a single family has received a single… pic.twitter.com/6kqE7ZU87o
— ANI (@ANI) July 23, 2025
पीके पहली बार चुनावी मैदान में उतरेंगे
प्रशांत किशोर दो साल तक बिहार के गाँवों, गलियों, खेतों, खलिहानों में घूमेंगे। शहर-कस्बों की खाक छानी। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने बिहार की दुर्दशा को मुद्दा बनाया। प्रशांत किशोर का कहना है कि बिहार के राजनीतिक दलों और नेताओं ने यहाँ की जनता का नहीं, बल्कि अपने परिवारों का भला किया और अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएँ पूरी कीं।
SIR के मुद्दे पर घमासान
इसके अलावा, बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर भी घमासान जारी है। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार के काम से ज़्यादा मतदाता सूची पुनरीक्षण के मुद्दे पर चर्चा हो रही है। SIR के मुद्दे पर विपक्ष ने न सिर्फ़ बिहार विधानसभा में, बल्कि बुधवार को लोकसभा में भी ज़बरदस्त विरोध जताया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मतदाता सूची पुनरीक्षण के ख़िलाफ़ पटना में सड़कों पर उतरे। विपक्ष का कहना है कि यह ग़रीबों के वोट काटने की साज़िश है।

