
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रामेश्वर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचार्य, अतिथियों, शिक्षकों व एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने परिसर में नीम, आंवला, तुलसी, पपीता, पत्थलचूर आदि दो दर्जन से अधिक छायादार, फलदार व औषधीय पौधे लगाए। किशोरी सिन्हा सभागार में प्राचार्य प्रो. ब्रह्मचारी व्यास नंदन शास्त्री की अध्यक्षता में संगोष्ठी हुई। प्राचार्य ने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी मां के नाम पर एक पौधा लगाना चाहिए। मुख्य अतिथि सिटी एसपी विश्वजीत दयाल ने कहा कि पर्यावरण के अंतर्गत चार तत्व हैं- मिट्टी, जीव, जल व वायु। इनके संरक्षण के लिए हमें साल में एक दिन नहीं, बल्कि हर दिन पर्यावरण दिवस मनाना चाहिए। पर्यावरण प्रदूषण के कारण ये चारों प्रदूषित हो रहे हैं। विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रियंवदा दास ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के कारण संपूर्ण जीव जगत खतरे में है। एसोसिएशन ऑफ हेल्पिंग हैंड्स के अध्यक्ष प्रो श्रीप्रकाश, लायनेस क्लब की अध्यक्ष मीना सिंघानिया, सचिव किरण अग्रवाल, झारखंड के पूर्व कल्याण उपनिदेशक डॉ. विनय, परशुराम सिंह, वासुदेव, मुक्तिधाम अप्पन विद्यालय के निदेशक सुमित कुमार, अजय पांडे ने अपने विचार व्यक्त किये.
कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ.शारदा नंद साहनी एवं धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी पदाधिकारी डॉ.रजनी रंजन ने किया। कार्यक्रम में डॉ. महजबीन परवीन, डॉ. वसीम रेजा, डॉ. सुनील कुमार पंडित, डॉ. मयंक मौसम, डॉ. रंजना, अभिषेक, रामेश्वर सहनी, रामचरण सहनी, श्रवण, अमन, समीर, अभिषेक, मनीषा, प्रमोद, गौतम, निशांत, रिंकी स्मृति आदि ने भाग लिया।