नवंबर से पहले बिहार में मतदान के आसार कम, 30 सितंबर तक होगी वोटर लिस्ट की जांच

भारत निर्वाचन आयोग बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में जोर-शोर से जुटा है। 22 साल बाद राज्य में मतदाता सूची का पूर्ण पुनरीक्षण किया जा रहा है। इसके लिए हाल ही में चुनाव आयोग की ओर से कैलेंडर जारी किया गया। इससे संकेत मिलते हैं कि इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव दिवाली और छठ पूजा महापर्व के बाद हो सकते हैं। आयोग का दावा है कि सितंबर 2025 तक बिहार में मतदाता सूची का काम पूरा हो जाएगा। मतदाता सूची को अंतिम रूप देने के बाद अक्टूबर के पहले सप्ताह में बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। चुनाव कार्यक्रम घोषित होते ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। पहले सितंबर महीने में ही चुनाव कार्यक्रम घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन मतदाता सूची के पूर्ण पुनरीक्षण के कारण इसमें थोड़ा और समय लग सकता है।
अक्टूबर में घोषणा, नवंबर में मतदान संभव
इस साल दिवाली और छठ महापर्व अक्टूबर महीने में आ रहे हैं। दिवाली 21 अक्टूबर को है। उसके बाद 25 से 28 अक्टूबर तक छठ पूजा मनाई जाएगी। 25 अक्टूबर 2025 को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत होगी। 26 को खरना होगा। 27 को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। उसके बाद 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन होगा। छठ पूजा बिहार के लोगों के लिए लोक आस्था का महान पर्व है। चुनाव आयोग इसे ध्यान में रखते हुए तारीखों की घोषणा करेगा। ऐसे में बिहार चुनाव के लिए मतदान छठ महापर्व के बाद ही होने की संभावना है। मौजूदा बिहार विधानसभा का कार्यकाल 23 नवंबर 2020 को शुरू हुआ था। इसका कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है। आयोग को इससे पहले नई विधानसभा के लिए चुनाव कराकर उसके नतीजे घोषित करने होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि छठ पूजा के बाद अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में मतदान शुरू हो सकता है और 15 नवंबर तक इसके नतीजे घोषित हो सकते हैं। चुनाव आयोग की तैयारियों को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान कई चरणों में हो सकता है. अगर अक्टूबर के पहले हफ्ते में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होती है तो उसके कम से कम एक-दो दिन बाद चरणबद्ध अधिसूचना जारी कर दी जाएगी. अधिसूचना जारी होने के दिन से अगले एक हफ्ते तक नामांकन प्रक्रिया चलेगी. नामांकन बंद होने के अगले दिन स्क्रूटनी होगी, दो दिनों तक नामांकन वापस लिए जाएंगे, उसके बाद उस दिन से कम से कम दो हफ्ते बाद मतदान होगा. इस बार विधानसभा चुनाव दो से तीन चरणों में हो सकते हैं. पिछले साल यानी 2020 में भी तीन चरणों में मतदान हुआ था.