बिहार में वोटर लिस्ट विवाद पर गरमाई सियासत: राहुल गांधी और ममता बनर्जी ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर बोला हमला
बिहार में मतदाता सूची की विशेष गहन समीक्षा (Special Summary Revision) को लेकर देश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। विपक्षी दलों ने इस प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं और सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और चुनाव आयोग (Election Commission) पर पक्षपात का आरोप लगाया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो टूक शब्दों में केंद्र सरकार और चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं।
राहुल गांधी का बड़ा आरोप: "महाराष्ट्र में चुनाव चोरी हुआ, अब बिहार की बारी"
असम के चायगांव में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव में धांधली कर रही है। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में बीजेपी ने एक करोड़ नए वोटर जोड़ दिए। चुनाव आयोग से जब हमने पूछा कि ये वोटर कौन हैं, तो कोई जवाब नहीं मिला। वीडियोग्राफी दिखाने से भी मना कर दिया गया। चार महीने में एक करोड़ वोटर कहां से आ गए?” राहुल यहीं नहीं रुके, उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि महाराष्ट्र का चुनाव चुनाव आयोग और बीजेपी ने मिलकर 'चोरी' किया। उनका दावा है कि अब बिहार में भी वही स्क्रिप्ट दोहराई जा रही है।
"बिहार के बाद असम की बारी": राहुल का इशारा
राहुल गांधी ने आगे कहा कि बिहार में नई वोटर लिस्ट बनाई जा रही है, जिसमें लाखों गरीबों, मजदूरों और कांग्रेस-आरजेडी समर्थकों को हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यही तरीका महाराष्ट्र और दिल्ली में भी अपनाया गया था। अब असम में भी यह योजना शुरू की जा सकती है। “हमें सतर्क रहना होगा,” राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आगाह किया।
ममता बनर्जी का सख्त तेवर: "बीजेपी की दलाली करने वालों को नहीं छोड़ेंगे"
इस बीच, कोलकाता में सीएम ममता बनर्जी ने हजारों समर्थकों के साथ मार्च किया और बीजेपी के खिलाफ जोरदार हल्ला बोला। उन्होंने बीजेपी शासित राज्यों में बांग्ला भाषी लोगों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया और कहा, “अगर कोई बीजेपी की दलाली करेगा तो हम नहीं छोड़ेंगे।” ममता ने कहा, “एक चुनाव आयोग बैठा है... लेकिन अगर वह बीजेपी के इशारों पर काम करेगा, तो हम खामोश नहीं रहेंगे।” उनका सीधा इशारा चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर था।
"30 लाख वोट हटाए गए": ममता का दावा
बिहार की वोटर लिस्ट पर बोलते हुए ममता ने कहा, “बिहार में 30 लाख से ज्यादा वोट हटा दिए गए हैं। यही काम महाराष्ट्र और दिल्ली में किया गया था। अब बंगाल की बारी है।” उन्होंने चेतावनी दी कि “हम एक-एक इंच के लिए लड़ाई करेंगे। बिना युद्ध के एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेंगे।”
विपक्ष की साझा रणनीति की झलक
राहुल गांधी और ममता बनर्जी दोनों के बयानों से साफ है कि विपक्ष अब चुनावी प्रक्रिया में संविधानिक संस्थाओं की निष्पक्षता को चुनौती देने के लिए साझा रणनीति बना रहा है। मतदाता सूची जैसे तकनीकी और संवेदनशील मुद्दे को वे अब जनता से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं ताकि सत्ता पक्ष की कथित 'चालबाजियों' को उजागर किया जा सके।

