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मुजफ्फरपुर के मंदिर में प्रेम की जीत: नवविवाहिता ने पति को छोड़ा, बचपन के दोस्त से की शादी

मुजफ्फरपुर के मंदिर में प्रेम की जीत: नवविवाहिता ने पति को छोड़ा, बचपन के दोस्त से की शादी

मुजफ्फरपुर में एक मंदिर प्रेम और स्वतंत्रता के प्रतीक स्थल में तब्दील हो गया, जब एक नवविवाहिता महिला ने अपने पति को छोड़कर अपने बचपन के दोस्त से विवाह कर लिया। यह अनोखा मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र की निवासी है। उसका बचपन का दोस्त भी उसी जिले से है। दोनों के बीच लंबे समय से दोस्ती थी, जो धीरे-धीरे प्रेम में बदल गई। हालांकि, महिला की पारिवारिक शादी पहले ही तय हो चुकी थी और वह विवाह के बंधन में बंध गई थी। लेकिन शादी के बाद महिला को अपने निर्णय पर पछतावा होने लगा और उसने अपने जीवन को दोबारा जीने का साहसिक निर्णय लिया।

इसी कड़ी में दोनों ने मुजफ्फरपुर के एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के साथ शादी रचाई। शादी में दोनों के कुछ करीबी दोस्त और शुभचिंतक मौजूद रहे। शादी के बाद नवदंपत्ति ने कहा कि वे जल्द ही कोर्ट मैरिज भी करेंगे, ताकि कानूनी मान्यता भी मिल सके।

महिला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "मेरे लिए प्यार और सम्मान सबसे ऊपर है। मैं उस रिश्ते में नहीं रह सकती थी, जिसमें मेरी मर्जी शामिल नहीं थी। बचपन से जिसे चाहा, उसी के साथ जिंदगी बिताने का फैसला किया।"

वहीं, मंदिर में शादी रचाने के बाद स्थानीय लोगों की भी इस घटना पर मिली-जुली प्रतिक्रिया रही। कुछ लोगों ने इस फैसले को महिला की स्वतंत्रता और आत्मनिर्णय का सम्मान बताया, जबकि कुछ ने पारंपरिक सामाजिक व्यवस्था पर सवाल उठाए।

फिलहाल पुलिस या प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की आपत्ति या हस्तक्षेप की खबर नहीं है। यह मामला प्रेम, आत्मनिर्णय और समाज में बदलते रिश्तों की तस्वीर को एक नया आयाम देता है।

यह घटना यह भी दर्शाती है कि समाज अब धीरे-धीरे उन फैसलों को स्वीकार करना सीख रहा है जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता और खुशी पर आधारित हों, भले ही वे पारंपरिक सोच से अलग क्यों न हों।

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