पीड़िता बोली- 16 साल में शादी, अब जान पर खतरा, बिहार-दिल्ली पुलिस को अदालत ने दिए कड़े निर्देश

देश में बच्चों के भविष्य की रक्षा के लिए संविधान और कानून में कई प्रावधान हैं। इन प्रावधानों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के प्रावधान हैं। हालांकि, अक्सर बच्चों और नाबालिगों की आजादी और अधिकारों को रौंदने की कोशिश की जाती है। कई मामले कानून की नजर में आ जाते हैं, जबकि कई मामले रिपोर्ट भी नहीं हो पाते। जो मामले दुनिया के सामने आते हैं, उन पर कार्रवाई भी होती है। ऐसा ही एक मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने आया। इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अहम निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को पीड़ित नाबालिग को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है। यह कहानी है बिहार की राजधानी पटना की एक नाबालिग लड़की की। उसके माता-पिता ने 16 साल की उम्र में उसकी शादी कर दी। यह न सिर्फ कानून की नजर में अपराध है, बल्कि नैतिकता के आधार पर भी गलत कदम है। मामला जो भी हो, कम उम्र में दुल्हन बनी नाबालिग लड़की आगे पढ़ना चाहती थी, लेकिन उसके ससुराल वाले इसके लिए तैयार नहीं थे। वे लड़की की पढ़ाई के आड़े आने लगे। इसके बाद नाबालिग बहू ने एक दिन बड़ा फैसला लिया। वह एक लड़के के साथ घर से भाग गई। अब वही नाबालिग लड़की बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश होते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंची है। दूसरी तरफ उसके लापता होने की चर्चाएं भी होने लगी।
जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से बिहार के पटना जिले की रहने वाली नाबालिग लड़की की शादी महज 16 साल की उम्र में 36 साल के शख्स से हुई थी। लड़की का पति ठेकेदार था। सब कुछ ठीक चल रहा था। दिक्कत तब हुई जब लड़की ने आगे पढ़ने की इच्छा जताई। उसके ससुराल वाले इसके खिलाफ थे। उसके ससुराल वाले नहीं चाहते थे कि वह आगे पढ़े। पीड़िता का कहना है कि उसके ससुराल वाले चाहते हैं कि वह परिवार की देखभाल करे। लेकिन, मौका देखकर नाबालिग शादीशुदा लड़की अपने साथी लड़के के साथ घर से भाग गई। बताया जाता है कि लड़की के ससुराल वाले काफी दबंग हैं। ऐसे में लड़की की सहेली के परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब पीड़ित नाबालिग लड़की फिलहाल दिल्ली में है।
सुप्रीम कोर्ट का सख्त आदेश
डरपोक नाबालिग लड़की सुप्रीम कोर्ट पहुंची। सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी 18 जून 2025 को मामले की सुनवाई की। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस और बिहार सरकार को नोटिस जारी कर 15 जुलाई को इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। साथ ही दिल्ली पुलिस को नाबालिग लड़की और उसके दोस्त की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने का आदेश दिया है।