बिहार विधानसभा में हंगामा: आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र की टिप्पणी पर सत्ता पक्ष का जोरदार विरोध
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र बुधवार को एक बार फिर तीखी नोकझोंक और हंगामे का गवाह बना। सदन में जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने गंभीर विषयों पर अपनी बात रखी, वहीं आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र की विवादित टिप्पणी ने सदन का माहौल और अधिक गर्मा दिया।
भाई वीरेंद्र ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए ऐसी टिप्पणी कर दी, जिसे सत्ता पक्ष ने अभद्र और आपत्तिजनक बताया। इसके बाद डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और मंत्री अशोक चौधरी ने भाई वीरेंद्र के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए बयान को सदन से हटाने की मांग की।
क्या कहा भाई वीरेंद्र ने?
भाई वीरेंद्र ने कथित तौर पर सरकार पर निशाना साधते हुए कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जिसे सत्ता पक्ष ने असंसदीय करार दिया। उनकी टिप्पणी को लेकर सत्ता पक्ष ने न सिर्फ विरोध दर्ज कराया, बल्कि विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग भी की।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा, "विपक्ष की आलोचना जायज है, लेकिन मर्यादा में रहकर होनी चाहिए। भाई वीरेंद्र ने जो कहा वह न केवल असंसदीय है, बल्कि पूरे सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाता है।"
वहीं, मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, "अगर इस तरह की भाषा की इजाजत दी जाएगी तो सदन की गरिमा नहीं बच पाएगी। यह लोकतंत्र की मर्यादा के खिलाफ है।"
विपक्ष का पलटवार
विवाद बढ़ने पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष को पहले अपनी कथनी और करनी का फर्क समझना चाहिए। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष खुद बहस को मुद्दों से भटकाकर व्यक्तिगत हमलों पर उतर आता है।
विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका
विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामा शांत कराने का प्रयास किया और सभी पक्षों से मर्यादित भाषा का प्रयोग करने की अपील की। साथ ही उन्होंने विवादित टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने पर विचार करने की बात कही।

