पटना जंक्शन से अगवा ढाई साल के सोनू को सीतामढ़ी में 2.70 लाख में बेचा, पुलिस जांच में बड़ा खुलासा

बिहार की राजधानी पटना जंक्शन से अगवा किए गए ढाई साल के मासूम सोनू को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि बच्चे को अगवा करने वाले आरोपित ने उसे सीतामढ़ी में एक युवक को 2.70 लाख रुपये में बेच दिया था। यह मामला बच्चा चोरी और मानव तस्करी के बड़े नेटवर्क की ओर इशारा कर रहा है।
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिन पहले पटना जंक्शन पर अपने परिवार के साथ मौजूद ढाई साल का सोनू अचानक गायब हो गया था। परिवार ने तुरंत जीआरपी से संपर्क कर अपहरण की सूचना दी। पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर एक संदिग्ध युवक बच्चे को लेकर स्टेशन से बाहर जाता हुआ दिखाई दिया।
जांच आगे बढ़ने पर पुलिस ने सीतामढ़ी जिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसके पास से सोनू को बरामद किया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे यह बच्चा पटना से लाकर 2.70 लाख रुपये में बेचा गया था।
मानव तस्करी गिरोह से जुड़ाव की आशंका
पुलिस को आशंका है कि इस पूरे प्रकरण के पीछे एक संगठित मानव तस्करी गिरोह सक्रिय है, जो गरीब और लाचार परिवारों के बच्चों को अगवा कर उन्हें विवाहहीन दंपतियों या बाल तस्करी के नेटवर्क को बेचते हैं। इस मामले में भी सोनू को एक ऐसे दंपती को बेचने की योजना थी, जो वर्षों से संतान सुख से वंचित थे।
कहां से हुआ खुलासा?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपित युवक की कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन के आधार पर सीतामढ़ी में छापा मारा गया, जहां बच्चा मिला। वहां मौजूद व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि उसने 2.70 लाख रुपये देकर यह बच्चा खरीदा था, और बताया गया था कि यह बच्चा अनाथ है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
पटना जीआरपी के अनुसार,
“इस मामले में अब तक दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है। इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया गया है क्योंकि यह बाल तस्करी के एक बड़े नेटवर्क की कड़ी हो सकती है।”
परिजनों ने जताया प्रशासन का आभार
सोनू के सुरक्षित मिलने के बाद परिवार ने पुलिस और प्रशासन का आभार व्यक्त किया। परिजन बेहद भावुक हो गए जब उन्हें पता चला कि बच्चा इतना दूर पहुंच चुका था और अगर समय रहते कार्रवाई न होती, तो उसे शायद दोबारा पाना मुश्किल हो जाता।