नेपाल में बुजुर्गों को बना रहीं थी निशाना, पूर्णिया की तीन शातिर महिलाएं विराटनगर में गिरफ्तार

बिहार के पूर्णिया से करीब 100 किलोमीटर दूर नेपाल के विराटनगर में बुजुर्गों को निशाना बनाकर चोरी और ठगी करने वाले महिलाओं के गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। नेपाल पुलिस ने पूर्णिया जिले की तीन शातिर महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो लंबे समय से नेपाल के विभिन्न बाजारों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बुजुर्गों से गहने और नगदी गायब करने की वारदातों में शामिल थीं।
कैसे करती थीं वारदात
ये महिलाएं बेहद साफ-सुथरे और साधारण कपड़ों में घूमती थीं ताकि शक न हो। वे खासतौर पर बाजार, बस स्टैंड और सवारी गाड़ियों में बुजुर्गों को अपना निशाना बनाती थीं।
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पहले ये महिलाएं बुजुर्गों से बातों-बातों में घुल मिल जाती थीं।
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फिर मौका मिलते ही या तो गहने छीन लेतीं या चालाकी से उन्हें उतारकर गायब हो जातीं।
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कई मामलों में पर्स और नगदी की भी चोरी की घटनाएं सामने आई हैं।
नेपाल पुलिस की सतर्कता और जांच
नेपाल के विराटनगर शहर में बढ़ती वारदातों को लेकर स्थानीय लोग दहशत में थे। बुजुर्गों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि कुछ महिलाएं गहने और पैसे लेकर चंपत हो रही हैं, जिसके बाद नेपाल पुलिस ने खास निगरानी अभियान शुरू किया।
सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर नेपाल पुलिस ने इन तीनों महिलाओं को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय इनके पास से कुछ नकद राशि और चुराए गए आभूषण भी बरामद किए गए।
गिरोह का नेटवर्क सीमा पार फैला
प्राथमिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यह महिला गिरोह पूर्णिया जिले से नेपाल में प्रवेश करता था और विराटनगर, बिराटचौक जैसे बाजारों में चोरी की वारदातों को अंजाम देकर फिर वापस बिहार लौट जाता था। नेपाल पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों और स्थानीय संपर्क सूत्रों की भी जांच कर रही है।
सीमा पार अपराधों पर चिंता
इस घटना ने एक बार फिर भारत-नेपाल खुली सीमा को लेकर सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है।
नेपाल और भारत के बीच खुली सीमा व्यवस्था अपराधियों के लिए सुरक्षित रास्ता बनती जा रही है।
विशेष रूप से महिलाओं के गिरोहों द्वारा ऐसी वारदातों को अंजाम देना न सिर्फ नेपाल, बल्कि भारत की पुलिस के लिए भी चिंता का विषय है।