पटना में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने तीन पुलिसकर्मियों को रौंदा, महिला सिपाही कोमल कुमारी की मौत

बिहार की राजधानी पटना एक दर्दनाक हादसे की गवाह बनी जब बुधवार देर रात अटल पथ पर तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने वाहन जांच कर रहे तीन पुलिसकर्मियों को कुचल दिया। इस हादसे में एक महिला सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह हृदयविदारक घटना श्रीकृष्णपुरी थाना क्षेत्र की है, जिसने पूरे पुलिस महकमे और राज्य को झकझोर कर रख दिया है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार की रात अटल पथ पर ट्रैफिक पुलिस की टीम वाहन चेकिंग अभियान चला रही थी। उसी दौरान एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो वाहन ने बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए तीन पुलिसकर्मियों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में महिला कांस्टेबल कोमल कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सब-इंस्पेक्टर दीपक कुमार और असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर अवधेश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तत्काल पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
मृतका कोमल कुमारी बिहार के नालंदा जिले की निवासी थीं और अपने परिवार की इकलौती कमाने वाली थीं। उनकी असमय मौत ने उनके परिजनों को गहरे सदमे में डाल दिया है। बताया जा रहा है कि कोमल न सिर्फ एक जिम्मेदार पुलिसकर्मी थीं, बल्कि परिवार की रीढ़ थीं। उनके सहकर्मी और अधिकारी भी इस हादसे से आहत हैं और शोक में डूबे हैं।
हादसे के बाद पुलिस ने स्कॉर्पियो वाहन को कब्जे में ले लिया है और वाहन चालक की तलाश शुरू कर दी गई है। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके। प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि चालक नशे की हालत में हो सकता है, हालांकि मेडिकल जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का भरोसा जताया है। इस घटना के बाद से पूरे राज्य में पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। आम जनता और पुलिस यूनियनों ने मांग की है कि नाइट ड्यूटी पर तैनात जवानों के लिए बेहतर सुरक्षा उपाय किए जाएं।
बिहार सरकार की ओर से मृतका के परिजनों को आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
यह हादसा न सिर्फ एक जवान की जान ले गया, बल्कि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी के दौरान सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता छोड़ गया है। यह समय है कि प्रशासन इस दिशा में गंभीर कदम उठाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।