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जिस मंदिर में गए थे कन्हैया कुमार, गंगाजल से हुआ उसका शुद्धिकरण

कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार 'पलायन रोको, रोजगार दो' के नारे के साथ बिहार में मार्च कर रहे हैं। वे पिछले मंगलवार (25 मार्च 2025) की देर रात बनगांव, सहरसा पहुंचे। उन्होंने बनगांव स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित किया। स्थानीय लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कन्हैया कुमार को पारंपरिक पगड़ी, चादर और माला पहनाकर स्वागत किया। जब गांव के कुछ युवकों को इस बात का पता चला तो अगले दिन (बुधवार) उन्होंने न केवल प्रवचन स्थल बल्कि मंदिर परिसर को भी गंगाजल से धोया।

चुनावी साल है और ऐसे में सहरसा से आई यह तस्वीर राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल शुरू कर सकती है। नगर पंचायत बनगांव वार्ड पार्षद प्रतिनिधि अमित चौधरी के नेतृत्व में विष्णु, माखन, आनंद, सूरज, सरोज और बादल नामक युवकों ने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार द्वारा देश के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणी के कारण ऐसा किया। इन युवकों का कहना था कि कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है। वे लगातार राष्ट्रीय और धार्मिक मुद्दों पर विवादास्पद बयान देते रहते हैं।

कन्हैया कुमार ने अपने भाषण में क्या कहा?
कन्हैया कुमार मंगलवार को बनगांव पहुंचे तो उन्होंने यहां लोगों से कहा कि चंपारण से सहरसा पहुंचने के बाद ऐसा लग रहा है कि 'पलायन रोको, रोजगार दो' यात्रा जनता की आवाज बनने में कुछ हद तक सफल रही है। यहां उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार पर हमला बोला। कहा जाता है कि कोसी क्षेत्र पूरे देश में मखाना की 90 प्रतिशत फसल पैदा करता है। मखाना को वैश्विक पहचान तो मिल गई है, लेकिन इसे उत्पादित करने वाले किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। किसी को इसकी परवाह नहीं है. मिथिला चित्रकारों की भी स्थिति ऐसी ही है।

आपको बता दें कि कन्हैया कुमार ने पश्चिमी चंपारण के भितरवा गांधी आश्रम से अपनी पदयात्रा शुरू की है। इस बैठक में उनके साथ बिहार कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार राम समेत कई अन्य नेता भी शामिल हो रहे हैं।

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