दूसरे शूटर को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया, मौके से हथियार और तीन लाख की सुपारी बरामद
बिहार के चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड में बड़ा मोड़ सामने आया है। इस हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी शूटर को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। जानकारी के अनुसार, जब पुलिस उससे पूछताछ करने गई, तभी उसने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
एनकाउंटर से पहले की स्थिति
पुलिस को खेमका की हत्या में शामिल शूटर की मौजूदगी की गोपनीय सूचना मिली थी। पुलिस जब उससे पूछताछ के लिए पहुंची तो आरोपी ने खुद को घिरा देख फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी गोलीबारी की, जिसमें उसे गोली लग गई। गंभीर रूप से घायल आरोपी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटनास्थल से बरामदगी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, घटनास्थल से एक दोपहिया वाहन, हत्या में प्रयुक्त हथियार और करीब तीन लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं। ये रकम कथित तौर पर हत्या के लिए सुपारी के रूप में दी गई थी।
उमेश के साथ था विकास
सूत्रों की मानें तो एनकाउंटर के वक्त उमेश कुमार उर्फ विजय सहनी के साथ विकास नाम का युवक भी मौजूद था। हालांकि विकास की भूमिका को लेकर पुलिस अभी जांच कर रही है।
पटना में हड़कंप
एनकाउंटर की खबर के बाद पटना पुलिस और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है। हत्याकांड में शामिल बाकी अपराधियों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
गोपाल खेमका हत्याकांड: पृष्ठभूमि
4 जुलाई की रात को पटना सिटी के जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की उनके आवास के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज घटना से न केवल राजनीतिक गलियारों में भूचाल आ गया था, बल्कि राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठे थे। विपक्ष ने सरकार को काफी घेरा था।
आगे की कार्रवाई
पटना पुलिस ने अब तक दो शूटरों को पकड़ने/मारने का दावा किया है। मुख्य सूत्रधारों और इस हत्याकांड के पीछे के आर्थिक और राजनीतिक कनेक्शन की जांच अभी जारी है। पुलिस ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा।

