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 'मेरे घर और ऑफिस का दरवाजा हमेशा खुला है...', जीतन राम मांझी ने किसे कही ये बात

 'मेरे घर और ऑफिस का दरवाजा हमेशा खुला है...', जीतन राम मांझी ने किसे कही ये बात

यह संदेश एक जनप्रतिनिधि की भावनाओं को बहुत ही सशक्त और सादगीपूर्ण ढंग से प्रकट करता है। इसे यदि आप किसी भाषण, पोस्टर या सोशल मीडिया पोस्ट के रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं, तो थोड़े भावनात्मक और प्रेरणादायक शब्दों के साथ प्रस्तुत किया जा सकता है। नीचे एक संशोधित संस्करण दिया जा रहा है:

"मैं सेवा के लिए सांसद बना हूं"

मैं राजनीति में पद के लिए नहीं, जनसेवा के संकल्प के साथ आया हूं।
आपकी हर एक समस्या का समाधान कराना मेरा परम कर्तव्य है।
आपके विश्वास और समर्थन की बदौलत मुझे यह अवसर मिला है —
अब सेवा के हर क्षण को आपकी भलाई के लिए समर्पित करूंगा।

मेरा घर और कार्यालय आपके लिए हमेशा खुला है।
आपकी हर बात सुनी जाएगी, हर समस्या पर कार्य होगा।
जितना अधिक सेवा का अवसर देंगे, उतनी ही जिम्मेदारी से उसे निभाऊंगा।
क्योंकि मैं आपके बीच का हूं, आपकी उम्मीदों का प्रतिनिधि हूं।

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