डिप्टी CM ने किसे बताया 'पप्पू और अप्पू' पूछा- ये दूसरों का लिखा पढ़ने वाले आपका क्या भला करेंगे

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर दरभंगा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में किए गए विकास कार्यों को गिनाया और केंद्र सरकार की तारीफ की। पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि देश और बिहार का दुर्भाग्य है कि केंद्र और राज्य दोनों जगह विपक्ष के नेता 'पप्पू' और 'अप्पू' हैं। ये लोग अपने बारे में नहीं सोचते, दूसरों द्वारा लिखी गई सामग्री और सलाह को पढ़ते हैं और देश की जनता के सामने पेश करते हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, "ये दोनों नेता सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। चार्टर्ड प्लेन में बैठकर केक काटने वाले ये लोग आम लोगों का दुख-दर्द कैसे समझेंगे।" तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि जब वे उपमुख्यमंत्री थे, तब दरभंगा में एक भयावह घटना हुई थी, जिसमें लोगों को शवों पर पेशाब किया गया और लाठियों से पीटा गया था। यह लालू यादव के पाप का नतीजा था, जो राज्य में महामारी की तरह फैल रहा था। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार उस 'राजनीतिक महामारी' का इलाज कर रही है। दुर्भाग्य से विपक्षी सरकारें बीच-बीच में आकर उसे हवा देती रहीं। लेकिन अब जनता जागरूक हो चुकी है और विपक्ष की सच्चाई जान चुकी है।
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मुजफ्फरपुर दुष्कर्म मामले का जिक्र करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उस मामले में सरकार ने 12 घंटे के अंदर कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन हमने महज 4 घंटे में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। हमारी सरकार अपराधियों को संरक्षण नहीं देती, बल्कि तत्काल कार्रवाई करती है। उन्होंने विपक्ष को खुली चुनौती देते हुए कहा कि क्या राजद का एक भी विधायक ऐसा है, जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अनुमति नहीं दी गई हो? जब ये लोग सत्ता में थे, तो अपराधियों का मनोबल बढ़ाते थे। अब हम उन अपराधों का सामना कर रहे हैं, जिसे उन्होंने महामारी बना दिया था।
विजय सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस सरकार आतंकवाद के मुद्दे पर सिर्फ बात करती थी, जबकि हमारी सरकार सीधी कार्रवाई करती है। आतंकवाद के खिलाफ हमारी सरकार की नीति स्पष्ट है- जीरो टॉलरेंस। उपमुख्यमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह महज एक सैन्य ऑपरेशन नहीं है, बल्कि भारत की पहचान, ताकत और सम्मान का प्रतीक बन गया है।