तेजस्वी यादव ने छात्र युवा संसद में कहा, "शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने का संकल्प"

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने गुरुवार को बापू सभागार में आयोजित छात्र युवा संसद को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाना है। तेजस्वी यादव ने इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान दिया और कहा, "हम कलम बंटवा रहे हैं, ताकि बच्चों के हाथ में ज्ञान और शिक्षा का प्रकाश हो।"
शिक्षा सुधार पर जोर
तेजस्वी यादव ने शिक्षा को समाज का स्तंभ और आत्मनिर्भरता की कुंजी बताया। उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए उनका संकल्प मजबूत है, और वे इस दिशा में अपने प्रयासों को निरंतर जारी रखेंगे। इस दौरान उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता शिक्षा, शिक्षकों की प्रशिक्षण और अन्य आवश्यक सुविधाओं पर जोर दिया।
तेजस्वी ने छात्रों से कहा, "अगर हमारे बच्चे अच्छी शिक्षा पाएंगे तो बिहार के भविष्य में विकास और समृद्धि की कोई कमी नहीं होगी।" उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के लिए सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह सभी छात्रों को समान अवसर दे और उन्हें बेहतरीन शिक्षा प्रदान करे।
विकास और समृद्धि की दिशा
तेजस्वी यादव ने बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे अहम मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने यह कहा कि राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ संवेदनशील प्रशासन हो तो बिहार के बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकता है। उनका कहना था कि अगर राज्य के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में सुविधाओं की कमी को पूरा किया जाए तो राज्य में शिक्षा का स्तर कहीं बेहतर हो सकता है।
छात्रों से अपील
नेता प्रतिपक्ष ने छात्रों से यह अपील की कि वे शिक्षा को अपना सबसे बड़ा हथियार मानें, क्योंकि कलम से ज्यादा ताकतवर कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, "आज का युवा कल बिहार के विकास में मुख्य योगदानकर्ता बनेगा, लेकिन इसके लिए पहले शिक्षा जरूरी है।"