मां और दादी को बचाने के गए किशोर की मौत, चचेरे भाई ने भी गंवा दी जान, परिवार में पसरा मातम

सुपौल के सदर थाना क्षेत्र के मल्हनी वार्ड 01 में गुरुवार को करंट लगने से दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान मो. इरफान के 16 वर्षीय पुत्र मो. आलम और मो. सलाउद्दीन के 17 वर्षीय पुत्र मो. जीशान के रूप में हुई है। इस घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि मो. इरफान का ई-रिक्शा उसके घर पर चार्जिंग पर लगा था। ई-रिक्शा में बिजली थी। किसी कारणवश जैसे ही उसकी मां ने ई-रिक्शा पकड़ा, वह करंट की चपेट में आ गई। जब उसकी दादी ने अपनी मां को करंट लगते देखा, तो वह भी उसे बचाने के लिए दौड़ी और जैसे ही उसने उसे बचाने के लिए पकड़ा, वह भी करंट की चपेट में आ गई। इसके बाद इरफान दोनों को बचाने के लिए दौड़ा। इस बीच उसकी मां और दादी करंट के संपर्क से मुक्त हो गईं, लेकिन इरफान का पैर खुले तार पर पड़ गया और वह करंट की चपेट में आ गया। डॉक्टर ने बताया कि दोनों महिलाएं खतरे से बाहर हैं।
वहीं, जब उसका चचेरा भाई जीशान इरफान उसे बचाने के लिए दौड़ा तो वह भी बिजली के संपर्क में आ गया। आसपास मौजूद लोगों ने किसी तरह उन्हें करंट के संपर्क से छुड़ाया और दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले गए। लेकिन सदर अस्पताल में डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मौत की सूचना मिलने के बाद परिजनों ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। दोनों महिलाओं का इलाज नर्सिंग होम में चल रहा है। हालांकि डॉक्टरों ने दोनों महिलाओं को खतरे से बाहर बताया है। बकरीद से दो दिन पहले दोनों भाई दिल्ली से गांव आए थे। हादसे की सूचना मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। परिजन बेसुध हैं और चीख-पुकार से घर का माहौल काफी गमगीन है। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक मो इरफान के पिता मो आलम ई-रिक्शा चलाते हैं। बुधवार की शाम वे अपने घर पर रिक्शा चार्ज कर रहे थे। मो जीशान रिक्शा चालक मो आलम का भतीजा था। जीशान का पूरा परिवार दिल्ली में रहता था। वह दिल्ली में दर्जी का काम करता था। पिछले साल उसके पिता का निधन हो गया था। पिता की मौत के बाद जीशान घर की देखभाल कर रहा था। पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद उसका चचेरा भाई मोहम्मद इरफान भी दिल्ली चला गया था। बकरीद से दो दिन पहले दोनों भाई गांव आए थे। अब दोनों वापस जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान यह दुखद हादसा हो गया।