चुपचाप तीर छाप... 2020 के चुनाव में हार के बाद किस तरह CM नीतीश ने बदली रणनीति, जानिए JDU में हुए 5 बड़े बदलाव

2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (JDU) को करारी हार का सामना करना पड़ा। पार्टी महज 43 सीटों पर सिमट कर राज्य में तीसरी सबसे बड़ी ताकत बन गई। यह नीतीश कुमार की अब तक की सबसे बड़ी चुनावी हार थी, इस हार का ठीकरा लोजपा के चिराग पासवान पर फोड़ा गया, लेकिन जेडीयू में रणनीतिक, सांगठनिक और सामाजिक स्तर पर गंभीर खामियां भी सामने आईं। इस हार के बाद नीतीश कुमार खुद को फिर से केंद्र में ले आए और पार्टी को एक बार फिर से खड़ा करने की मुहिम शुरू कर दी। संभावित 2025 के चुनाव से पहले जेडीयू में 5 बड़े बदलाव हैं जो इस बार पार्टी को मजबूत स्थिति में ला सकते हैं।
1- संगठन में पुनर्गठन, कई बाहर हुए, युवाओं को मिला मौका
2020 की हार के तुरंत बाद नीतीश कुमार ने सांगठनिक ढांचे में बड़ा बदलाव किया। सबसे पहले पार्टी की कमान धीरे-धीरे तत्कालीन अध्यक्ष आरसीपी सिंह से वापस ले ली गई। उनके बाद ललन सिंह को अध्यक्ष बनाया गया और अब खुद नीतीश कुमार ने पार्टी की कमान संभाल ली है। यह पार्टी में चल रहे विवाद को समाप्त करने का एक प्रयास था।