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पटना एयरपोर्ट पर रनवे ओवरशूट की घटना से टला बड़ा हादसा, उठे सुरक्षा को लेकर सवाल

पटना एयरपोर्ट पर रनवे ओवरशूट की घटना से टला बड़ा हादसा, उठे सुरक्षा को लेकर सवाल

पटना के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मंगलवार रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दिल्ली से आ रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 6E-2482, जो कि एक एयरबस A320-271N विमान थी, रात करीब 8:50 बजे लैंडिंग के दौरान रनवे से ओवरशूट कर गई। हालांकि पायलट की सतर्कता और ग्राउंड क्रू की तत्परता से कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर पटना एयरपोर्ट की रनवे क्षमता और सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

रनवे की लंबाई पर उठे सवाल

पटना एयरपोर्ट देश के व्यस्ततम एयरपोर्ट्स में से एक है, लेकिन इसकी भौगोलिक स्थिति और सीमित रनवे लंबाई लंबे समय से विमानों की सुरक्षित लैंडिंग में अड़चन बनी हुई है। वर्तमान में पटना एयरपोर्ट का रनवे करीब 2,286 मीटर लंबा है, जो बड़े विमानों जैसे एयरबस A320 और बोइंग 737 की लैंडिंग के लिए पर्याप्त नहीं माना जाता, खासकर खराब मौसम या तकनीकी परिस्थितियों में।

विशेषज्ञों का मानना है कि एयरबस A320 या बोइंग 737 जैसे जेट विमानों के लिए कम से कम 2,800 से 3,000 मीटर लंबा रनवे आवश्यक होता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या मौजूदा रनवे विमानों की बढ़ती आवाजाही और सुरक्षा के मानकों को पूरा करने में सक्षम है?

डीजीसीए की जांच के आदेश

घटना के बाद विमानन नियामक संस्था डीजीसीए (DGCA) ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। पटना एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा भी एक आंतरिक समिति गठित की गई है, जो तकनीकी कारणों की समीक्षा कर रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट के पायलट ने रनवे पर टचडाउन के बाद विमान को रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन स्पीड कंट्रोल में समय लग गया जिससे विमान रनवे से कुछ मीटर आगे चला गया।

यात्रियों में मची अफरा-तफरी

घटना के समय विमान में 180 से अधिक यात्री सवार थे। रनवे से ओवरशूट होते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, हालांकि किसी को कोई चोट नहीं आई। विमान को सुरक्षित स्थान पर लाने के बाद सभी यात्रियों को बाहर निकाला गया और वैकल्पिक व्यवस्था की गई।

क्या है समाधान?

पटना एयरपोर्ट को विस्तार देने की योजनाएं लंबे समय से सरकार के विचाराधीन हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) द्वारा एक नया टर्मिनल और रनवे विस्तार का प्रस्ताव रखा गया है, लेकिन जमीन अधिग्रहण और स्थानीय बाधाओं के कारण इसमें प्रगति नहीं हो सकी है।

विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक रनवे की लंबाई नहीं बढ़ाई जाती, पटना जैसे व्यस्त एयरपोर्ट पर बड़े विमानों की सुरक्षित लैंडिंग हमेशा एक जोखिम भरा मामला रहेगा।

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