मुजफ्फरपुर जंक्शन पर प्लेटफॉर्म ड्यूटी पर तैनात हेड कांस्टेबल सुशील कुमार ने डीओ ड्यूटी पर तैनात सब इंस्पेक्टर सुष्मिता कुमारी को सूचना दी कि रात करीब 10 बजे बाघ एक्सप्रेस जैसे ही प्लेटफॉर्म संख्या 2 पर पहुंची, कोच एस 1 के एक यात्री ने सूचना दी कि एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा है। सूचना मिलने पर जब हम वहां पहुंचे तो देखा कि एक व्यक्ति वहां पड़ा था और कोई प्रतिक्रिया नहीं कर रहा था, उसे प्लेटफॉर्म पर नीचे रखा गया था।
इसके बाद रेलवे पुलिस द्वारा सीपीआर दिया गया। सूचना मिलते ही चिकित्सक अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और प्राथमिक उपचार के बाद पीड़ित को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। मरीज को स्ट्रेचर पर सदर अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर द्वारा उसका उपचार किया गया।
इस बीच रेलवे पुलिस स्टाफ द्वारा जब मरीज की तलाशी ली गई तो उसके पास से एक मोबाइल फोन मिला, जिससे वहां मौजूद उसके चचेरे भाई से बातचीत हुई, जिसने बताया कि यात्री का नाम सोनू प्रसाद, उम्र 40 वर्ष, गुरुगार्डन (कोलकाता) निवासी है। बीमार व्यक्ति का चचेरा भाई आ रहा है। इस प्रकार हेड कांस्टेबल की सूझबूझ और तत्परता के कारण व्यक्ति की जान बच गई।
पूरे मामले को लेकर आरपीएफ इंस्पेक्टर सह स्टेशन प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि चलती ट्रेन में एक यात्री को दिल का दौरा पड़ा था। रेल पुलिस ने उसे कोच से बाहर निकाला और सीपीआर दिया, जिसके बाद रेल पुलिस ने मामले में आगे की कार्रवाई के लिए उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। आगे की कार्रवाई की जा रही है। यात्री कोलकाता का निवासी है।