मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर राजद सतर्क, 3 जुलाई को बूथस्तरीय पदाधिकारियों को मिलेगा प्रशिक्षण

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान को लेकर रणनीतिक रूप से एक अहम फैसला लिया है। पार्टी ने अपने बूथस्तरीय पदाधिकारियों को प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है, जो 3 जुलाई 2025 को राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा।
यह निर्णय सोमवार को आयोजित प्रखंड अध्यक्षों और प्रधान महासचिवों की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता राजद जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह ने की।
🗣️ राजद जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह का बयान:
“मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही या गड़बड़ी को पार्टी कदापि बर्दाश्त नहीं करेगी। बूथस्तर के कार्यकर्ता ही पार्टी की रीढ़ हैं और उनकी भूमिका इस प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
🎯 प्रशिक्षण का उद्देश्य:
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मतदाता सूची में गड़बड़ी रोकना
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नए वोटरों का नाम जुड़वाना
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फर्जी या दोहरे नाम हटवाने की प्रक्रिया में भागीदारी
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पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनावी प्रक्रिया की बेहतर समझ देना
📍 राजद की रणनीति का संकेत:
राजद ने इस कदम से स्पष्ट कर दिया है कि वह बूथ स्तर पर चुनावी तैयारी को गंभीरता से ले रही है। पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी वंचित वर्ग या समर्थक वोटिंग प्रक्रिया से बाहर न रह जाए।
⚠️ मतदाता सूची पर सियासी नजर:
गौरतलब है कि हाल के दिनों में मतदाता सूची में अनियमितताओं के आरोप सामने आते रहे हैं। ऐसे में राजद ने अब इस अभियान को राजनीतिक रणनीति का हिस्सा बना लिया है।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राजद के लिए आगामी विधानसभा चुनावों की दृष्टि से बूथ मैनेजमेंट और जमीनी पकड़ मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे हर मतदाता तक पहुंच बनाएं और यह सुनिश्चित करें कि हर समर्थक का नाम मतदाता सूची में सही ढंग से दर्ज हो।