बिहार विधानसभा मॉनसून सत्र में तेजस्वी यादव ने पीएम की लालू यादव की तारीफ न करने पर उठाए सवाल
बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र में गुरुवार, 24 जुलाई 2025 को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सत्ता पक्ष पर तीखा प्रहार किया। दोपहर 2 बजे के बाद शुरू हुई कार्यवाही के दौरान तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर सवाल उठाए और लालू प्रसाद यादव की तारीफ प्रधानमंत्री से न किए जाने पर असंतोष जताया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री का बिहार आना खुशी की बात है, लेकिन वे यह भूल गए कि बिहार में विकास की नींव किसने रखी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब प्रधानमंत्री ने कहा कि अब बिहार में रेलवे का इंजन बन रहा है और यह विदेश भी जाएगा, तो सवाल यह है कि रेलवे का कारखाना बिहार में किसके प्रयासों से आया? लालू प्रसाद यादव के समय में ही तो बिहार में रेलवे पहिया बनाने का कारखाना स्थापित हुआ था।
तेजस्वी ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री के मुंह से लालू यादव की तारीफ क्यों नहीं हुई? वह बिहार के विकास के लिए जो काम लालू जी ने किया, उसे भी तो सराहा जाना चाहिए। यह भूलना उचित नहीं है कि बिहार की प्रगति के पीछे लालू जी का बहुत बड़ा योगदान है।"
उनका यह बयान विधानसभा में राजनीतिक हलचल का कारण बना। विपक्ष ने तेजस्वी के इस कदम को बिहार के इतिहास और विकास की उचित समीक्षा बताते हुए समर्थन किया, जबकि सत्ता पक्ष ने इसे राजनीतिक बयानबाजी करार दिया।
मॉनसून सत्र के दौरान तेजस्वी यादव की यह टिप्पणी बिहार की राजनीति में फिर से लालू परिवार की केंद्रीय भूमिका को लेकर बहस को तेज करने वाली है। इससे पहले भी तेजस्वी यादव कई मौकों पर बिहार के विकास के लिए अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की उपलब्धियों को उजागर करते रहे हैं।
यह सत्र आगामी विधानसभा चुनाव से पहले दोनों पक्षों के बीच तकरार को और बढ़ावा देने वाला माना जा रहा है। वहीं, जनता की नजर इस बात पर टिकी है कि दोनों तरफ के नेता चुनावी मुद्दों पर कैसे संवाद स्थापित करते हैं और बिहार के विकास के लिए क्या योजना पेश करते हैं।

