लालू यादव फिर बने RJD अध्यक्ष तो लोजपा सांसद ने बोला हमला, 'उनकी पार्टी में आंतरिक...'

लालू प्रसाद यादव का राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना जाना, उनके समर्थकों के लिए एक बड़ी सफलता है, लेकिन विपक्षी दलों द्वारा इसे "आंतरिक तानाशाही" के रूप में देखा जा रहा है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद अरुण भारती ने इस पर सवाल उठाते हुए इसे पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक प्रक्रिया की कमी का संकेत दिया।
इस मुद्दे पर विपक्षी नेताओं का आरोप है कि जब एक पार्टी में कोई नेता बिना किसी चुनौती के सत्ता में बना रहता है, तो यह "तानाशाही" का संकेत हो सकता है। वहीं, RJD के समर्थक इसे पार्टी के भीतर एक मजबूत और स्थिर नेतृत्व की ओर इशारा मान रहे हैं।
राजनीतिक दलों के लिए यह आम बात है कि नेता अपनी पार्टी की मजबूती और स्थिरता को बनाए रखने के लिए कभी-कभी अपने पदों को लंबे समय तक बनाए रखते हैं। हालांकि, यह भी जरूरी है कि पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक प्रक्रिया बनी रहे और नये नेतृत्व को भी अवसर मिले। यह सियासी मुद्दा आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में और अधिक गर्मा सकता है, खासकर विधानसभा चुनावों की तैयारी के बीच।
Tools