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घर में घुसा दुर्लभ 'अमेरिकन ब्राउन बार्न आउल', कीमत जानकर उड़े परिवार के होश

घर में घुसा दुर्लभ 'अमेरिकन ब्राउन बार्न आउल', कीमत जानकर उड़े परिवार के होश

बिहार के जमुई जिले के बिहारी मोहल्ला में रविवार रात एक अजीब और दुर्लभ नजारा देखने को मिला, जब एक 'अमेरिकन ब्राउन बार्न आउल' (American Brown Barn Owl) नामक उल्लू एक घर में आकर घुस गया। पहले तो घरवाले घबरा गए, लेकिन बाद में समझदारी दिखाते हुए उसे सुरक्षित तरीके से पकड़कर पिंजरे में बंद कर दिया और तुरंत वन विभाग को सूचना दी

घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उल्लू को अपने कब्जे में ले लिया। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह उल्लू दुर्लभ प्रजाति का है और इसे संरक्षित करने की जरूरत है। उल्लू को बाद में प्राकृतिक वास या वन्यजीव केंद्र में भेजा जाएगा।

गूगल पर की सर्च, कीमत जान उड़ गए होश

घटना के बाद जब घर के लोगों ने उल्लू के बारे में इंटरनेट पर सर्च किया, तो पाया कि यह दुनिया की दुर्लभ और महंगी प्रजातियों में गिना जाता है। कई ऑनलाइन स्रोतों में इसकी कीमत 10 लाख रुपये से लेकर 30 लाख रुपये तक बताई गई है, हालांकि इसकी अवैध खरीद-फरोख्त प्रतिबंधित है

परिवार के एक सदस्य ने मजाक में कहा, “अगर यह कानूनी रूप से बेचा जा सकता, तो हम सब अमेरिका घूमकर आ जाते!”

वन विभाग ने क्या कहा?

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह उल्लू 'बार्न आउल' प्रजाति का ही एक रूप है, जो आमतौर पर शहरी क्षेत्रों में नहीं पाया जाता। यह संभवतः मौसम परिवर्तन या दिशा भ्रम के कारण रिहायशी इलाके में आ गया होगा।

वन विभाग के अधिकारी ने बताया, “यह उल्लू वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित प्रजाति में शामिल है। ऐसे पक्षियों को पकड़ना, पालना या बेचने की कोशिश करना कानूनन अपराध है। हम इसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उसकी देखभाल कर रहे हैं।”

स्थानीय लोगों में कौतूहल

घटना की खबर फैलते ही मोहल्ले में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई इस दुर्लभ उल्लू को देखने के लिए उत्सुक था। बच्चों और युवाओं में खासा रोमांच देखा गया। कई लोग उल्लू के साथ सेल्फी लेते नजर आए।

क्या है अमेरिकन ब्राउन बार्न आउल?

अमेरिकन ब्राउन बार्न आउल’ दिखने में बेहद आकर्षक होता है। इसकी आंखें बड़ी-बड़ी होती हैं और रंग हल्के भूरे व सफेद के मिश्रण में होते हैं। यह उल्लू खासतौर पर रात के समय सक्रिय होता है और अपने शिकार को पकड़ने में अत्यंत दक्ष होता है। इसकी अति दुर्लभता और विशेष बनावट के कारण ही यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक मूल्यवान माना जाता है।

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