
बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम देते हुए शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी। यह हत्याकांड गांधी मैदान थाना क्षेत्र के ट्विन टावर के पास शुक्रवार रात को हुआ, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, गोपाल खेमका देर रात अपने आवास लौट रहे थे। जैसे ही वह पनास होटल के पास स्थित अपने अपार्टमेंट पहुंचे और कार से नीचे उतरे, घात लगाए बैठे हमलावरों ने उनके सिर में नजदीक से गोली मार दी। घटना के तुरंत बाद उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
कौन थे गोपाल खेमका?
गोपाल खेमका पटना के एक जाने-माने कारोबारी थे और मगध अस्पताल के मालिक थे। वह कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हुए थे और समाजसेवा में सक्रिय भूमिका निभाते थे। उनके निधन से व्यापारिक जगत और स्थानीय समाज में शोक की लहर है।
पुलिस कर रही जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पुलिस को यह मामला पूर्व नियोजित साजिश प्रतीत हो रहा है। हत्यारों की तलाश के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
पहले बेटे की भी हो चुकी है हत्या
बताया जा रहा है कि 20 दिसंबर 2018 को गोपाल खेमका के बेटे की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस समय भी हत्याकांड ने पूरे राज्य को हिला दिया था। अब एक बार फिर खेमका परिवार को उसी तरह की दर्दनाक घटना का सामना करना पड़ा है।
बढ़ते अपराध पर उठे सवाल
राजधानी पटना में दिनदहाड़े कारोबारी की हत्या ने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष ने इस घटना को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। वहीं आम लोग भी शहर में अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित हैं।