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प्रशांत किशोर का बीजेपी सांसद संजय जायसवाल को करारा जवाब: “अगर जन सुराज में अपराधी हैं, तो पकड़िए, जेल में डालिए”

प्रशांत किशोर का बीजेपी सांसद संजय जायसवाल को करारा जवाब: “अगर जन सुराज में अपराधी हैं, तो पकड़िए, जेल में डालिए”

बिहार की राजनीति में बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है। भाजपा सांसद संजय जायसवाल द्वारा जन सुराज अभियान को लेकर दिए गए विवादित बयान पर अब प्रशांत किशोर ने खुलकर पलटवार किया है। संजय जायसवाल ने हाल ही में कहा था कि “जन सुराज में 80 प्रतिशत लोग अपराधी प्रवृत्ति के हैं।” इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी।

अब जन सुराज के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने इस बयान का तीखा जवाब दिया है। सोमवार, 30 जून 2025 को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा:

“अगर आप कह रहे हैं कि बिहार के सारे अपराधी जन सुराज में हैं तो आप क्या कर रहे हैं? पकड़िए… उनको जेल में डालिए। क्या आपने पैसे लेकर छोड़ दिया है कि वे जन सुराज में रहेंगे?”

प्रशांत किशोर ने बीजेपी को घेरा

प्रशांत किशोर यहीं नहीं रुके। उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा और बिहार सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वास्तव में किसी भी दल में अपराधी शामिल हैं, तो सत्ताधारी दल की जिम्मेदारी है कि उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई करे।

उन्होंने कहा:

“आप (संजय जायसवाल) सत्ताधारी पार्टी में हैं। अगर आपको पता है कि कोई अपराधी है, तो उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? क्या आप आरोप लगाकर अपना कर्तव्य पूरा मानते हैं?”

राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित बयान?

प्रशांत किशोर ने संजय जायसवाल के बयान को राजनीतिक हताशा से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि बिहार में जन सुराज अभियान को मिल रही जनता की प्रतिक्रिया से विरोधी दलों की नींद उड़ गई है।

“जन सुराज को जिस तरह से जनता का समर्थन मिल रहा है, उससे घबराकर बीजेपी नेता बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। लेकिन हम डरने या रुकने वाले नहीं हैं। हम बिहार को नई राजनीति देने निकले हैं।”

संजय जायसवाल के बयान पर विपक्ष की भी प्रतिक्रिया

संजय जायसवाल के बयान की आलोचना सिर्फ जन सुराज तक सीमित नहीं रही। आरजेडी और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भी इसे “गैर-जिम्मेदाराना और बिना सबूत के बयान” करार दिया। उनका कहना है कि अगर कोई अपराधी है, तो वह किसी भी पार्टी में हो, उसे कानून के अनुसार सजा मिलनी चाहिए, न कि मंचों से आरोप लगाकर जनता को गुमराह करना चाहिए।

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