प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 53वें बिहार दौरे पर पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) की धरती से कई बड़े संदेश दिए। अपने संबोधन की शुरुआत पीएम मोदी ने बाबा सोमेश्वर नाथ महादेव की जयकार से की और भोजपुरी में बोलते हुए बिहारवासियों को सावन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “हम बाबा सोमेश्वर नाथ महादेव के चरण में प्रणाम करअत बानी... बिहारवासियों के जीवन में शुभ, सुख हो।”
7217 करोड़ की परियोजनाओं का तोहफा
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने 7217 करोड़ रुपये की 18 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें 8 रेल, 7 सड़क और 3 अन्य योजनाएं शामिल हैं। सीएम नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए इन परियोजनाओं के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “यह बिहार के विकास में एक और ऐतिहासिक कदम है।”
सीतामढ़ी को अमृत भारत ट्रेन की सौगात
पीएम मोदी ने सीतामढ़ी जंक्शन से होकर चलने वाली दूसरी अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उत्तर बिहार को इससे एक नई रेल सेवा की सौगात मिली है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि बिहार के हर हिस्से को आधुनिक रेल और सड़क नेटवर्क से जोड़ा जाए।
नक्सलवाद पर करारा प्रहार, ‘लालटेन युग’ पर कटाक्ष
पीएम मोदी ने अपने भाषण में लालू-राबड़ी के शासनकाल को याद करते हुए कहा कि, “एक समय था जब बिहार लालटेन के युग में जी रहा था। लेकिन आज बिहार नई उम्मीदों की रोशनी में आगे बढ़ रहा है।” उन्होंने नक्सलवाद और उग्रवाद को पीछे छोड़ने वाले बिहार की तारीफ की और कहा कि यह सब एनडीए के स्थायी और मजबूत नेतृत्व के कारण संभव हो पाया है।
युवाओं के लिए नई घोषणा
मोदी ने यह स्पष्ट किया कि भाजपा और एनडीए का विजन है — “जब बिहार आगे बढ़ेगा, तभी देश आगे बढ़ेगा और बिहार तब आगे बढ़ेगा जब यहां का युवा आगे बढ़ेगा।” उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने लाखों युवाओं को पारदर्शिता से नौकरियां दी हैं और अब भविष्य में और अधिक रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे।

