
गुजरात में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने कई परिवारों की खुशियों को एक झटके में छीन लिया। उन्हीं में एक थीं मनीषा थापा, जिनकी गुरुवार को उड़ान भरने से पहले मां से हुई एक साधारण सी बातचीत, अब हमेशा के लिए एक अधूरी कहानी बन गई।
उड़ान से चंद मिनट पहले मनीषा ने अपनी मां को फोन किया और कहा –
"मां..! प्लेन टेकऑफ होने वाला है, लौटकर आएंगे तब बात करेंगे।"
इस पर मां ने जवाब दिया – "ठीक है बेटा... हम भी जा रहे घर का काम समाप्त कर लें।"
पर यह बात उनके बीच की अंतिम बातचीत साबित हुई। अब मनीषा कभी लौटकर बात नहीं कर पाएगी।
हादसे ने उजाड़ दिया पूरा परिवार
मनीषा थापा की मौत ने न केवल उनके परिवार को गहरे सदमे और शून्य में डाल दिया है, बल्कि उनकी मां की दुनिया ही उजाड़ दी है। हादसे की खबर जैसे ही मनीषा के घर पहुंची, मां बेसुध हो गईं। वह बार-बार बस यही दोहराती रहीं – “मेरी बेटी ने वादा किया था लौटने का, पर अब उसकी आवाज भी हमेशा के लिए खो गई।”
एक होनहार बेटी, जो सपनों के साथ उड़ी थी
मनीषा थापा लंदन में एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब कर रही थीं और कुछ दिनों की छुट्टी के बाद भारत से वापसी कर रही थीं। पढ़ाई में अव्वल, व्यवहार में सौम्य और परिवार के लिए समर्पित मनीषा अपने गांव और घर की गर्व का प्रतीक थीं। उनके पिता पहले ही नहीं रहे, और घर की जिम्मेदारियों में मनीषा अपनी मां का सबसे बड़ा सहारा थीं।
पूरे गांव में शोक की लहर
मनीषा की असमय मौत की खबर फैलते ही पूरा गांव शोक में डूब गया। सैकड़ों लोग उनके घर पहुंचे, जहां मातम पसरा हुआ है। उनकी मां को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि जिसे उन्होंने आशीर्वाद देकर विदा किया था, वो अब तिरंगे में लिपटी लौटेगी।