पटना मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरिडोर अंतिम चरण में, 15 अगस्त से मेट्रो दौड़ने की तैयारी

बिहार की राजधानी पटना में बहुप्रतीक्षित मेट्रो सेवा के पहले चरण का कार्य अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है। प्रायोरिटी कॉरिडोर के रूप में तैयार किए जा रहे ISBT से मलाही पकड़ी तक के 6 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड ट्रैक पर 5 मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इन स्टेशनों पर सिविल वर्क का 90% से अधिक कार्य पूरा हो चुका है और अब फिनिशिंग टच के साथ-साथ इलेक्ट्रिक पोल और ट्रैक्शन कार्य तेजी से किया जा रहा है।
स्टेशन निर्माण लगभग पूर्ण, पटरियां बिछाई जा चुकी हैं
प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, सभी पांच मेट्रो स्टेशनों — ISBT, भूतनाथ, zero mile, खगौल मोड़ और मलाही पकड़ी — पर ढांचा तैयार है। पटरियां बिछाई जा चुकी हैं और अधिकांश तकनीकी काम जैसे ट्रैक्शन लाइन, इलेक्ट्रिक पोल और सिग्नलिंग का कार्य अंतिम चरण में है।
15 अगस्त को मेट्रो के ट्रायल रन की तैयारी
बिहार सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों ने हाल के दिनों में दावा किया है कि 15 अगस्त 2025 को पटना मेट्रो का ट्रायल रन शुरू किया जाएगा। इससे पहले सभी तकनीकी कार्य, सेफ्टी चेक और ट्रायल रन की पूर्व-प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएंगी। पटना मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण की यह शुरुआत बिहार में मेट्रो युग का शुभारंभ मानी जा रही है।
मेट्रो प्रोजेक्ट को मिलेगी रफ्तार
प्रायोरिटी कॉरिडोर के सफल क्रियान्वयन के बाद पटना मेट्रो के अन्य सेक्शनों पर भी काम को गति मिलेगी। भविष्य में दनापुर, मीठापुर, पटना जंक्शन, गांधी मैदान और कंकड़बाग जैसे प्रमुख इलाकों को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की योजना है। इससे राजधानी की यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है।
यात्रियों के लिए सुविधा और समय की बचत
पटना मेट्रो के शुरू होते ही शहरवासियों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलेगी। ISBT जैसे ट्रांसपोर्ट हब से मलाही पकड़ी तक बिना रुके मेट्रो से सफर कुछ ही मिनटों में पूरा किया जा सकेगा। इसके अलावा, मेट्रो सेवा से पर्यावरण संरक्षण और ईंधन की बचत भी होगी।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
स्थानीय निवासी अविनाश कुमार ने कहा, "हम वर्षों से मेट्रो की राह देख रहे थे। अब जब यह सपना साकार होने जा रहा है, तो उम्मीद है कि पटना भी अब दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों की कतार में खड़ा हो सकेगा।"