राहुल गांधी के बिहार दौरे को लेकर पप्पू यादव का बड़ा बयान, बोले – "यह राजनीति नहीं, दबे-कुचले वर्ग की आवाज है"

बिहार की राजनीति इस समय एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की एक दिवसीय बिहार यात्रा को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। लेकिन पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने उनके इस दौरे को राजनीतिक कम और सामाजिक अधिकारों की आवाज अधिक बताया है।
“राहुल गांधी दलितों की हिस्सेदारी की बात करने आए हैं” – पप्पू यादव
पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी का यह दौरा दलित, पिछड़े और वंचित वर्गों के अधिकारों की पुनः स्थापना के लिए है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह दौरा राजनीतिक प्रचार के बजाय एक सामाजिक चेतना का प्रयास है। उनके अनुसार, आज भी देश में एक बड़ा वर्ग ऐसा है जिसे आर्थिक और सामाजिक न्याय नहीं मिल सका, और राहुल गांधी उसी के लिए आवाज उठा रहे हैं।
"छात्रों को दरभंगा में रोका गया, यह लोकतंत्र पर हमला"
पप्पू यादव ने दरभंगा में 'शिक्षा न्याय संवाद' कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे छात्रों को रोके जाने पर प्रशासन पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रों को कार्यक्रम में शामिल नहीं होने दिया गया और उनके साथ एसडीओ और डीएसपी स्तर पर आतंकी कार्रवाई की गई। उन्होंने मांग की कि इन अधिकारियों को सस्पेंड किया जाए, क्योंकि यह लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन है।
“राहुल से डरती है भाजपा”
पप्पू यादव ने कहा कि “राहुल गांधी से भाजपा को खौफ है”, क्योंकि वे दबे-कुचले, किसान, गरीब और युवाओं के हक के लिए आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल कोई सत्ता की राजनीति नहीं कर रहे, बल्कि सिस्टम के खिलाफ विद्रोही की भूमिका निभा रहे हैं। उनके अनुसार, राहुल का बिहार दौरा भागीदारी और जिम्मेदारी तय करने की दिशा में एक कदम है।
शिक्षा न्याय संवाद: कांग्रेस का नया जनसंपर्क अभियान
कांग्रेस पार्टी ने पहली बार ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम की शुरुआत की है, जो बिहार में अगले डेढ़ महीने तक चलेगा। इसका उद्देश्य राज्य में शिक्षा व्यवस्था की खस्ताहाली को उजागर करना और लोगों से फीडबैक लेकर एक न्याय पत्र तैयार करना है। इस न्याय पत्र को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल किया जाएगा।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह संवाद सिर्फ शिक्षा व्यवस्था नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय की पुनः व्याख्या है, जिसमें हर वर्ग की हिस्सेदारी सुनिश्चित करना प्राथमिक उद्देश्य है।
भाजपा पर तीखा प्रहार
राहुल गांधी को लेकर भाजपा के विरोध को लेकर पप्पू यादव ने सवाल किया कि अगर राहुल कोई देश विरोधी काम नहीं कर रहे, तो उन्हें कार्यक्रम करने से क्यों रोका जा रहा है? उन्होंने कहा कि भाजपा को डर है कि राहुल गांधी की बातें जन-जन तक पहुंचेंगी, और इससे उनके राजनीतिक समीकरण बिगड़ेंगे।
निष्कर्ष
पप्पू यादव का यह बयान राहुल गांधी की छवि को एक संवेदनशील और सामाजिक सरोकारों से जुड़े नेता के रूप में स्थापित करने की कोशिश है। बिहार की ज़मीन पर जहां जाति, भागीदारी और सामाजिक न्याय की राजनीति हावी रहती है, वहां कांग्रेस का ‘शिक्षा न्याय संवाद’ भविष्य की रणनीति का हिस्सा बन सकता है। भाजपा की प्रतिक्रिया और प्रशासन की भूमिका इस अभियान को और अधिक केंद्र में ला रही है, जिससे यह तय है कि बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में और भी सियासी घमासान देखने को मिलेगा।