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4500 से अधिक कारतूस की बरामदगी: बिहार से यूपी तक फैला तस्करी नेटवर्क, ‘अंकल जी’ और ‘पापा जी’ बने रहस्य

4500 से अधिक कारतूस की बरामदगी: बिहार से यूपी तक फैला तस्करी नेटवर्क, ‘अंकल जी’ और ‘पापा जी’ बने रहस्य

बिहार पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने हाल ही में 4500 से अधिक कारतूस बरामद कर एक बड़े हथियार तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। अब इस मामले की जांच गहराई से की जा रही है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां मिलकर उत्तर प्रदेश के कानपुर से लेकर बिहार के नालंदा और कैमूर तक इस नेटवर्क की जड़ें तलाशने में जुटी हैं।

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही हैं। वे यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में कारतूस मंगवाने का उद्देश्य क्या था, और इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।

🔍 पूछताछ में सामने आए कोडनेम

पूछताछ के दौरान पुलिस को ऐसे कोड नामों की जानकारी मिली है, जिनका इस्तेमाल कारतूस की तस्करी में शामिल लोग आपसी संपर्क में करते थे।

  • ‘अंकल जी’ और

  • ‘पापा जी’
    जैसे शब्दों का प्रयोग कारतूस भेजने वालों के लिए किया जाता था। ये नाम सुनने में मासूम लग सकते हैं, लेकिन इनके पीछे संगठित अपराध की एक गहरी परत छिपी हुई है।

🧾 जांच के अहम बिंदु:

  • क्या यह कारतूस अवैध हथियार गिरोहों या माओवादियों को भेजे जा रहे थे?

  • यूपी से लेकर बिहार तक इस नेटवर्क में कितने लोग शामिल हैं?

  • क्या इन कारतूसों का संबंध राजनीतिक हिंसा या चुनावी माहौल से तो नहीं है?

🚨 नालंदा और कैमूर में छापेमारी

पुलिस सूत्रों के अनुसार, नालंदा और कैमूर जिलों में कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। कुछ संदिग्धों से पूछताछ जारी है और जल्द ही महत्वपूर्ण गिरफ्तारी हो सकती है।

इस मामले से जुड़े कुछ आरोपी फर्जी दस्तावेजों और फर्जी ट्रांसपोर्ट रसीदों का इस्तेमाल कर रहे थे ताकि ट्रैकिंग से बचा जा सके। साथ ही, यूपी के कानपुर से इस नेटवर्क का कनेक्शन मिलने के बाद एसटीएफ की टीमें वहां भी सक्रिय हो गई हैं।

🧠 तकनीकी निगरानी तेज

जांच एजेंसियों ने मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR), बैंक लेनदेन और संदिग्ध व्हाट्सएप चैट्स की विशेष निगरानी शुरू कर दी है।

🗣️ पुलिस की ओर से अपील

पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर उन्हें किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलती है तो वे तुरंत पुलिस या नजदीकी थाने को सूचना दें।

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