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तेजप्रताप यादव ने मंगनी लाल मंडल पर साधा निशाना, कहा- पार्टी में मेरी अहमियत कोई नकार नहीं सकता

तेजप्रताप यादव ने मंगनी लाल मंडल पर साधा निशाना, कहा- पार्टी में मेरी अहमियत कोई नकार नहीं सकता

बिहार की सियासत में एक नया विवाद सामने आया है। आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) के पूर्व नेता और तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह विवाद उस वक्त उठ खड़ा हुआ जब मंगनी लाल मंडल ने एक सार्वजनिक बयान में कहा था कि "तेजप्रताप यादव का कोई अस्तित्व नहीं है" और "तेजस्वी यादव के सामने पार्टी में किसी की कोई औकात नहीं है।"

तेजप्रताप का पलटवार
मंगनी लाल मंडल के इस बयान के बाद तेजप्रताप यादव ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा कि "आरजेडी में मेरी अहमियत को कोई नकार नहीं सकता।" तेजप्रताप ने यह भी कहा कि वह हमेशा से पार्टी और जनता की सेवा में प्रतिबद्ध रहे हैं और उनका संघर्ष हमेशा बिहार की जनता के लिए रहा है। तेजप्रताप ने यह स्पष्ट किया कि उनका राजनीति में एक उद्देश्य है, और पार्टी की दिशा और दशा तय करने में उनका योगदान हमेशा महत्वपूर्ण रहेगा।

तेजप्रताप ने आगे कहा, "मंगनी लाल मंडल का यह बयान केवल उनकी सोच और पार्टी के भीतर उनके नेतृत्व की समझ को दर्शाता है। मुझे कभी भी अपनी राजनीतिक पहचान बनाने के लिए किसी के आगे झुकने की जरूरत नहीं पड़ी।" उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी परिवार में हर सदस्य की अहमियत है और उन्हें कोई भी नकार नहीं सकता, चाहे वह तेजस्वी यादव हों या कोई और।

मंगनी लाल मंडल का बयान
मंगनी लाल मंडल का बयान आरजेडी के भीतर के कुछ मुद्दों को लेकर एक नए विवाद को जन्म दे रहा है। मंडल ने हाल ही में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि "तेजप्रताप यादव का पार्टी में कोई अस्तित्व नहीं है। वे सिर्फ मीडिया की सुर्खियां बनाने के लिए कुछ भी कहते रहते हैं।" उनके मुताबिक, तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी को आगे बढ़ाने की जरूरत है और पार्टी के अंदर कोई भी व्यक्ति तेजस्वी के सामने अपनी अहमियत नहीं साबित कर सकता।

पार्टी में बढ़ते हुए मतभेद
यह विवाद केवल व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित नहीं है, बल्कि आरजेडी के भीतर के अंदरूनी मतभेदों को भी उजागर करता है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी ने चुनावों में कई महत्वपूर्ण जीतें हासिल की हैं, लेकिन तेजप्रताप यादव और मंगनी लाल मंडल जैसे नेताओं के बीच बढ़ती हुई दूरी यह दर्शाती है कि पार्टी के भीतर अभी भी सत्ता और नेतृत्व को लेकर मतभेद हैं।

वहीं, तेजप्रताप यादव ने अपने बयान में यह भी कहा कि "आरजेडी का हर कार्यकर्ता जानता है कि पार्टी की असली ताकत उसकी जड़ से आती है, और कोई भी बाहरी ताकत उसे कमजोर नहीं कर सकती।" उन्होंने पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं और नेताओं से भी अपील की कि वे अपने व्यक्तिगत मतभेदों को किनारे रखकर बिहार की जनता के हित में काम करें।

आगे क्या होगा?
इस सियासी तकरार ने आरजेडी के भीतर एक नई बहस छेड़ दी है। अब देखना यह होगा कि तेजस्वी यादव इस विवाद पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं, और क्या मंगनी लाल मंडल और तेजप्रताप यादव के बीच बढ़ते हुए मतभेद पार्टी की एकता को प्रभावित करेंगे या नहीं। यह घटनाक्रम बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है, और यह सवाल उठाता है कि क्या आरजेडी के भीतर नेतृत्व को लेकर उठते विवाद पार्टी के भविष्य को प्रभावित करेंगे।

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