कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल के पहले चरण का नीतीश कुमार ने किया उद्घाटन, राघोपुर दियारा को मिली ऐतिहासिक सौगात

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन कर इतिहास रच दिया। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की शुरुआत से अब राघोपुर दियारा क्षेत्र पहली बार सालभर के लिए पटना से सड़क मार्ग से जुड़ गया है। आज़ादी के 76 वर्षों बाद इस क्षेत्र को स्थायी और सुगम सड़क कनेक्टिविटी मिलने से स्थानीय जनता में उत्साह और गर्व का माहौल है।
राघोपुर को मिला स्थायी सड़क संपर्क
यह पुल परियोजना गंगा नदी पर बनी सबसे महत्वपूर्ण सड़क संपर्क परियोजनाओं में से एक है। इसके पहले चरण के तहत कच्ची दरगाह से गंगा पार कर राघोपुर दियारा तक सड़क मार्ग उपलब्ध कराया गया है। अब यह क्षेत्र न सिर्फ बारहमासी जुड़ाव पाएगा, बल्कि आवागमन, शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार के क्षेत्र में भी नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
परियोजना के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा:
"यह पुल केवल एक संरचना नहीं, बल्कि विकास की रीढ़ है। राघोपुर के लोगों को अब नाव या अस्थायी साधनों पर निर्भर नहीं रहना होगा। यह पुल शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के नए अवसर लाएगा। हमारा सपना था कि राज्य के हर कोने को मुख्यधारा से जोड़ें, और आज का दिन उसी दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।"
परियोजना का महत्व
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कुल लंबाई: लगभग 9 किलोमीटर
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संरचना: सिक्स लेन पुल (छह लेन की सड़क सुविधा)
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लाभार्थी क्षेत्र: राघोपुर दियारा, बिदुपुर, वैशाली व आसपास के गांव
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लाभ: सुगम आवागमन, कृषि उत्पादों का बाजार तक सीधा पहुंच, आपातकालीन सेवाएं अब आसानी से उपलब्ध
स्थानीय लोगों में खुशी
राघोपुर और आसपास के गांवों के लोग इस मौके पर भावुक और उत्साहित नजर आए। कई बुजुर्गों ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि उनका गांव एक दिन सीधे सड़क मार्ग से राजधानी पटना से जुड़ पाएगा। छात्र-छात्राएं भी अब बेहतर स्कूलों और कॉलेजों तक आसान पहुंच मिलने को लेकर खुश हैं।
भविष्य की योजनाएं
सरकार का लक्ष्य है कि इस पुल परियोजना का दूसरा और अंतिम चरण भी जल्द पूरा किया जाए, जिससे यह संपर्क वैशाली और अन्य उत्तर बिहार के क्षेत्रों से भी मजबूत हो। साथ ही इस पुल को औद्योगिक और वाणिज्यिक दृष्टिकोण से भी राज्य के लिए गेमचेंजर माना जा रहा है।