नीतीश कुमार ने किया 'बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप' का उद्घाटन, वैश्विक बौद्ध समुदाय में छाया बिहार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट 'बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप' का भव्य उद्घाटन किया। यह ऐतिहासिक आयोजन वैश्विक बौद्ध समुदाय के लिए एक विशेष क्षण बन गया, जहां 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं ने भागीदारी की और बिहार की भूमि को श्रद्धा से नमन किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत बिहार सरकार के कई मंत्री और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह स्मारक न केवल बिहार की बौद्ध विरासत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करेगा, बल्कि पर्यटन को भी एक नई दिशा देगा।
बौद्ध देशों से आए भिक्षुओं ने की सहभागिता
कार्यक्रम में चीन, जापान, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, तिब्बत, म्यांमार, भूटान, वियतनाम, मलेशिया, लाओस, कंबोडिया, मंगोलिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया से आए भिक्षुओं ने स्मृति स्तूप को अंतरराष्ट्रीय स्तर का सांस्कृतिक केंद्र बताया।
भवन निर्माण विभाग ने किया निर्माण
इस स्मारक का निर्माण कार्य बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग द्वारा किया गया है। इसकी संरचना में बौद्ध कला, दर्शन और इतिहास को जीवंत रूप में प्रदर्शित किया गया है, जिससे यह स्थल आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
मुख्यमंत्री का विजन: सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “हमारा प्रयास है कि बुद्ध की शिक्षाएं हर कोने तक पहुंचे। यह स्मृति स्तूप न केवल बौद्ध अनुयायियों के लिए आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि बिहार के सांस्कृतिक पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।”

