
बिहार सरकार ने अपने मंत्रिमंडल की बैठक में एक अहम निर्णय लिया है, जिससे राज्य के शिक्षा क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। नीतीश कुमार की सरकार ने प्रदेश के विभिन्न श्रेणी के स्कूलों में पुस्तकालयाध्यक्ष, लिपिक और परिचारी के करीब 15,000 पदों पर नियुक्ति का रास्ता साफ कर दिया है।
मंत्रिमंडल द्वारा इस नियुक्ति के प्रस्ताव पर स्वीकृति दिए जाने के बाद, वर्षों से अटके इन पदों पर अब जल्द ही नियुक्तियां हो सकती हैं। यह फैसला राज्य के सरकारी स्कूलों में बुनियादी सेवाओं को बेहतर बनाने और शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
कई सालों से अटके थे ये पद
राज्य में ये पद कई सालों से खाली पड़े थे, और इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया लम्बे समय से अटकी हुई थी। अब मंत्रिमंडल की स्वीकृति के बाद इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो पाएगी, जिससे लाखों युवा बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा।
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार का संकेत
यह फैसला न केवल रोजगार का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि राज्य के सरकारी स्कूलों में प्रशासनिक कार्यों को भी व्यवस्थित करने में मदद करेगा। पुस्तकालयाध्यक्ष, लिपिक और परिचारी के पदों पर नियुक्ति से स्कूलों में सुचारू व्यवस्था बनी रहेगी और छात्रों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।
नौकरी की प्रक्रिया में क्या होगा?
इसके बाद राज्य सरकार द्वारा विस्तृत नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जिसमें इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया और चयन मानदंडों की जानकारी दी जाएगी। उम्मीदवारों को भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए निर्धारित पात्रता और शैक्षिक योग्यता को पूरा करना होगा।