PHC के पास कुत्ते नोचते रहे नवजात बच्ची का शव, मानवता को शर्मसार करने वाली घटना से मचा हड़कंप
बिहार के समस्तीपुर जिले के रोसड़ा अनुमंडल क्षेत्र से मंगलवार को मानवता को झकझोर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सुबह-सुबह स्थानीय लोगों ने सड़क किनारे एक नवजात बच्ची का शव देखा, जिसे आवारा कुत्ते नोच रहे थे। यह दर्दनाक दृश्य रोसड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) से महज 20 मीटर की दूरी पर देखने को मिला, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
लोगों में आक्रोश और शोक का माहौल
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। बच्ची का शव क्षत-विक्षत हालत में पड़ा था और कुत्ते उसके शरीर के हिस्सों को नोच रहे थे। यह मंजर देखकर कई लोगों की आंखें नम हो गईं और इलाके में गहरा शोक और आक्रोश फैल गया।
स्थानीय लोगों ने इस घटना को ‘निर्ममता की हद’ करार देते हुए कहा कि PHC के इतने नजदीक इस तरह की घटना का होना न केवल स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही दर्शाता है, बल्कि समाज में गिरते संवेदनाओं के स्तर को भी उजागर करता है।
अस्पताल और प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल
जिस स्थान पर नवजात का शव पाया गया, वह रोसड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मात्र कुछ कदमों की दूरी पर है। इससे आशंका जताई जा रही है कि यह बच्ची वहीं जन्मी हो सकती है और जन्म के तुरंत बाद उसे किसी ने फेंक दिया। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि अस्पताल प्रशासन को इस घटना की भनक तक कैसे नहीं लगी?
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर अस्पताल प्रशासन सतर्क रहता और परिसर के आसपास निगरानी रखी जाती, तो शायद इस बच्ची की जान बचाई जा सकती थी या कम से कम शव की इस तरह दुर्दशा न होती।
पुलिस ने शव को कब्जे में लिया
सूचना मिलने पर रोसड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि बच्ची को वहां किसने और कब छोड़ा।
समाज पर सवाल
यह घटना न केवल प्रशासन और स्वास्थ्य व्यवस्था की विफलता को उजागर करती है, बल्कि समाज में बच्चियों के प्रति जारी भेदभाव और असंवेदनशीलता पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। जिस तरह से एक नवजात को जन्म के कुछ ही समय बाद मरने के लिए छोड़ दिया गया, वह हमारी सामूहिक चेतना पर करारा तमाचा है।

