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"मेरा प्रखंड, मेरा गौरव" प्रतियोगिता अंतिम चरण में पहुंची, अनछुए पर्यटन स्थलों को पहचान दिलाने की अनोखी पहल

"मेरा प्रखंड, मेरा गौरव" प्रतियोगिता अंतिम चरण में पहुंची, अनछुए पर्यटन स्थलों को पहचान दिलाने की अनोखी पहल

बिहार पर्यटन विभाग द्वारा शुरू की गई अनूठी पहल "मेरा प्रखंड, मेरा गौरव" प्रतियोगिता अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य राज्य के विभिन्न प्रखंडों में स्थित उन पर्यटन स्थलों की पहचान करना है, जो अभी तक आम पर्यटकों की नजरों से दूर रहे हैं, लेकिन ऐतिहासिक, धार्मिक या सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस प्रतियोगिता को प्रदेश भर में जबरदस्त जनसमर्थन मिला है। हजारों प्रतिभागियों ने अपने-अपने प्रखंडों से जुड़े प्रमुख स्थलों की जानकारी, फोटो और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि साझा की। इनमें कई ऐसे स्थल भी सामने आए हैं जो अब तक किसी दस्तावेज या सरकारी सूची में दर्ज नहीं थे।

प्रतियोगिता के प्रमुख उद्देश्य:

  • स्थानीय स्तर पर पर्यटन की संभावनाओं को उजागर करना

  • कम चर्चित स्थानों को राज्य और देश के नक्शे पर लाना

  • स्थानीय समुदायों को पर्यटन से जोड़कर रोजगार के अवसर सृजित करना

  • युवाओं को अपने क्षेत्र की विरासत और संस्कृति के प्रति जागरूक करना

अंतिम चरण में क्या हो रहा है?

अब जब प्रतियोगिता अपने अंतिम चरण में है, तो पर्यटन विभाग द्वारा एक विशेषज्ञ समिति गठित की गई है, जो सभी प्राप्त प्रविष्टियों की जांच कर रही है। समिति इन स्थलों के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक महत्व के आधार पर चयन करेगी। चयनित स्थलों को राज्य सरकार विशेष प्रचार सामग्री, साइनबोर्ड, डिजिटल मैपिंग और बुनियादी सुविधाओं से लैस कर पर्यटन मानचित्र पर लाएगी।

सम्मान और प्रोत्साहन

प्रतियोगिता के विजेताओं को बिहार सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा। साथ ही, जिन प्रखंडों के स्थल चयनित होंगे, वहां के स्थानीय प्रशासन और पंचायतों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी ताकि वे बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान दे सकें।

पर्यटन विभाग के निदेशक ने कहा, "यह सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक जनभागीदारी अभियान है, जिसके माध्यम से हम हर प्रखंड के गौरवशाली अतीत को सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं।"

क्या है आगे की योजना?

प्रतियोगिता के समाप्त होने के बाद चयनित स्थलों को "हेरिटेज ट्रेल" और "डिस्कवर बिहार" जैसे पर्यटन अभियानों में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, इन स्थानों को डिजिटल टूरिज्म पोर्टल, गूगल मैप और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रमोट किया जाएगा ताकि देश-विदेश के पर्यटक भी इन जगहों की खूबसूरती से रूबरू हो सकें।

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