बिहार में मॉनसून की दगाबाजी ने किसानों की बढ़ाई चिंता, 20 जिलों में सुखाड़ की आशंका
बिहार में मानसून की बेरुखी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मानसून के कमजोर पड़ने से बारिश लगभग बंद हो गई है। बारिश नहीं होने से राज्य के कई इलाकों में जुलाई में मई महीने जैसी गर्मी पड़ रही है। गोपालगंज में सोमवार को तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश नहीं होने से किसान चिंतित हैं। 20 जिले सूखे की कगार पर हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में बारिश की कोई संभावना नहीं है। सामान्य से अब तक 46 फीसदी कम बारिश इस बार मानसून के दौरान राज्य में कम बारिश हुई है। सामान्य से 46 फीसदी कम बारिश हुई है। 20 जिलों में सामान्य से 50-89 फीसदी कम बारिश हुई है। आईएमडी, पटना के निदेशक आशीष कुमार ने बताया कि अगले तीन दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि मंगलवार को कुछ जिलों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार गया और नवादा समेत पूर्वी बिहार के 7 जिलों में वज्रपात और बिजली गिरने की संभावना है, लेकिन मौजूदा मौसमी परिस्थितियों को देखते हुए इसका ज्यादा असर नहीं होगा। आसमान साफ रहेगा और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है।
20 जिले सूखे की कगार पर, 18 जिलों में सामान्य से कम बारिश
बिहार में जुलाई-अगस्त में बाढ़ आती थी। लेकिन इस साल 20 जिले सूखे की कगार पर हैं। बाकी 18 जिलों में से 14 जिलों में कम बारिश हुई है। सिर्फ 4 जिलों में सामान्य बारिश हुई है। गया में सामान्य से 32 फीसदी अधिक बारिश हुई है। अब तक राज्य में 46 फीसदी कम बारिश हुई है। यह कृषि के लिए ठीक नहीं है।

