अवैध शराब के मामले में गिरफ्तार युवक की मेडिकल जांच के दौरान मौत, ब्रेन हेमरेज को बताया गया कारण

जिले में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बुधवार को जिला उत्पाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से आठ लोग शराब तस्करी और चार शराब के सेवन के आरोप में पकड़े गए थे। गुरुवार को जब इन सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने से पहले सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए लाया गया, तो इसी दौरान एक आरोपी की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतक की पहचान और पृष्ठभूमि
मृतक की पहचान बालेंद्र कुमार राय (38) के रूप में हुई है, जो मोतीपुर थाना क्षेत्र के भवानी डी गांव के निवासी थे। वह बिजली राय के पुत्र थे और पहले भी दो बार जेल जा चुके थे। पुलिस के अनुसार, बालेंद्र को शराब तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और वह बुधवार से ही पुलिस हिरासत में था।
अस्पताल में बिगड़ी हालत, डॉक्टरों ने बताया ब्रेन हेमरेज
सदर अस्पताल में लाए गए दौरान सभी आरोपियों की सामान्य स्वास्थ्य जांच की जा रही थी। इसी बीच बालेंद्र की तबीयत अचानक खराब होने लगी। डॉक्टरों की टीम ने तुरंत उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई।
अस्पताल प्रशासन की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, मौत का कारण ब्रेन हेमरेज बताया गया है। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।
पुलिस और उत्पाद विभाग की सफाई
घटना के बाद जिला पुलिस और उत्पाद विभाग की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि बालेंद्र को स्वास्थ्य संबंधी कोई विशेष शिकायत नहीं थी। मेडिकल बोर्ड द्वारा मेडिकली फिट घोषित किए जाने के बाद ही उसे आगे की प्रक्रिया के लिए ले जाया जा रहा था। लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने पर तुरंत इलाज कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
परिजनों का आक्रोश, जांच की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि बालेंद्र की हिरासत में पिटाई हुई थी, जिसके कारण उसकी मौत हुई है।
परिजनों ने मजिस्ट्रेट जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, पुलिस ने कहा है कि मौत के कारणों की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और यदि किसी की लापरवाही सामने आती है तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी।